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विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में अपनी डफली अपना राग, कोई BJP पर लगा रहा आरोप तो कोई टिकट सर्वे पर उठा रहा सवाल

हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 ( Himachal Assembly Elections 2022) से पहले कांग्रेस ने नेता अपनी डफली अपना राग अलापने में लगे हैं. हिमाचल कांग्रेस में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है तो वहीं, डैमेज कंट्रोल करने के लिए बीजेपी पर भी पार्टी नेताओं के द्वारा एक से बढ़कर एक आरोप मढ़े जा रहे हैं. हिमाचल कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने बीजेपी पर हिमाचल में खरीद-फरोख्त का मॉडल पेश करने का आरोप लगा रहा है तो वहीं दूसरी ओर हिमाचल कांग्रेस उपाध्यक्ष महेंद्र चौहान ने कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर करवाए गए सर्व पर सवाल खड़ा करते हुए चेतावनी दी है.

Congress leader naresh chauhan Mahendra Chauhan
हिमाचल विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में रार.
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Published : Oct 2, 2022, 12:05 PM IST

शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर प्रदेश में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है. एक ओर दल-बदल की राजनीति जारी है तो वहीं, टिकट बंटवारे को लेकर लगातार बैठके हो रही हैं. वहीं, हिमाचल कांग्रेस में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है और पार्टी के नेता कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल (Congress Leader Joins BJP) हो रहे हैं. ऐसे में डैमेज कंट्रोल करने के लिए कांग्रेस के नेता बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगी रहे हैं. इसके साथ कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर भी सियासत तेज हो गई है.

नरेश चौहान की बीजेपी पर गंभीर आरोप: विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं. वहीं, हिमाचल कांग्रेस के उपाध्यक्ष नरेश चौहान (Himachal Congress Vice President Naresh Chauhan) ने भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस विधायकों की गलत तरीके से खरीद-फरोख्त करने की कोशिश के आरोप लगाए हैं. नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या करते हुए प्रदेश भर में खरीद-फरोख्त का मॉडल तैयार किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा जनता पार्टी है जानती है कि 5 साल में कोई विकास कार्य नहीं किए हैं. अब जनता उन्हें सत्ता से बाहर उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी का कोशिश कर रही है कि कांग्रेस के जिताऊ विधायकों को पार्टी में शामिल कर रहा सत्ता में वापसी की जा सके, जो सरासर गलत है.

वीडियो.

'सीएम के द्वारा अनिरुद्ध सिंह पर बनाया गया दबाव': हिमाचल कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से कांग्रेस के विधायक अनिरुद्ध सिंह पर भाजपा में आने का दबाव बनाया गया. सरकार और भाजपा संगठन की ओर से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने इस व्यवस्था को लोकतंत्र की हत्या कर दिया. वहीं, प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी और कर्ज को लेकर भी हिमाचल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर हमला (Congress Attacks on Jairam Thakur) साधा. कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने सरकार से बेरोजगारी को लेकर श्वेत पेपर जारी करने की मांग की. साथ ही यह भी पूछा कि प्रदेश में बीते 5 सालों में जो कर लिया, वह कहां खर्च किया गया. इस बारे में भी श्वेत पत्र जारी किया जाए. साथ ही उन्होंने हिमाचल कांग्रेस के प्रत्याशियों की पहली सूची 7 अक्टूबर की बैठक के बाद 10 अक्टूबर तक जारी होने की बात कही.

विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बगावत: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में बगावती सुर मुखर होने लगे हैं. हिमाचल कांग्रेस उपाध्यक्ष महेंद्र चौहान (Himachal Congress Vice President Mahendra Chauhan) ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. महेंद्र चौहान ने कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर करवाए गए सर्व पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही उन्होंने सर्वे को पृरी तरह से फर्जी करार दिया है. शनिवार को शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महेंद्र चौहान ने कहा कि, वे 40 साल से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हैं और जिला परिषद से लेकर पार्षद के चुनाव जीते है. 2017 में नगर निगम के चुनाव आजाद जीते और भाजपा ने काफी दबाव डाला लेकिन वे कांग्रेस में शामिल हुए. उस समय भी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन किया था, लेकिन टिकट नहीं दी गई. महेंद्र चौहान ने कहा कि तब भी उन्होंने पार्टी से बगावत नहीं की और पार्टी के लिए काम किया. (Mahendra Chauhan on Congress survey )

'बंद कमरे में करवाए गए सर्वे': उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव के लिए आवेदन किया, लेकिन हैरानी की बात है उनका नाम पैनल में शामिल तक नहीं किया गया. कांग्रेस ने सर्वे के आधार पर नेताओं को पैनल में शामिल किया. उन्होंने कहा कि, उनकी शहर के हजारों लोगों से बात हुई है किसी व्यक्ति द्वारा कांग्रेस के किसी भी सर्वे की बात नहीं की गई. ये सर्वे कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा मैनेज किया गया और बंद कमरे में सर्वे करवाए गए हैं. ऐसे लोगों को कांग्रेस ने अपने पैनल में शामिल किया, जिन्हें लोग जानते भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह(Himachal Congress President Pratibha Singh) सहित अन्य नेताओं से शिमला शहर सीट पर दोबारा सर्वे करवाने और पुर्नविचार करने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस इस पर विचार नहीं करती है तो उनके सामने कई विकल्प मौजूद है. हालांकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने से इनकार कर दिया. (Dispute in himachal Congress)

स्मार्ट सिटी के कार्यों की सीबीआई करे जांच: शिमला शहर में स्मार्ट सिटी के तहत हुए कार्यों पर भी महेंद्र चौहान ने सवाल खड़े किए और कहा कि शहर में स्मार्ट सिटी के तहत डंगे लगाए गए और पैसे की बर्बादी की गई. शहर में ओवरब्रिज ऐसे बनाये गए है जहां न तो बुजुर्ग और न ही बच्चे आ जा सकते हैं. शहर में करोड़ों के डंगे लगाए जा रहे हैं और नगर निगम के करोड़ों की कूड़े उठाने के लिए गाड़ियां खरीदी गई, जिसमें घोटाले होने की आशंका है. ऐसे में इन कार्यों की सीबीआई की जांच होनी चाहिए.

ये भी पढें: कांग्रेस की सियासत में नया मोड़ साबित होंगे 2022 के चुनाव, वीरभद्र सिंह के बिना पार्टी के लिए कठिन हुई डगर

ये भी पढें: 'कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का भी बीजेपी में स्वागत, 15 अक्टूबर के बाद करेंगे टिकटों की घोषणा'

शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर प्रदेश में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है. एक ओर दल-बदल की राजनीति जारी है तो वहीं, टिकट बंटवारे को लेकर लगातार बैठके हो रही हैं. वहीं, हिमाचल कांग्रेस में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है और पार्टी के नेता कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल (Congress Leader Joins BJP) हो रहे हैं. ऐसे में डैमेज कंट्रोल करने के लिए कांग्रेस के नेता बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगी रहे हैं. इसके साथ कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर भी सियासत तेज हो गई है.

नरेश चौहान की बीजेपी पर गंभीर आरोप: विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं. वहीं, हिमाचल कांग्रेस के उपाध्यक्ष नरेश चौहान (Himachal Congress Vice President Naresh Chauhan) ने भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस विधायकों की गलत तरीके से खरीद-फरोख्त करने की कोशिश के आरोप लगाए हैं. नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या करते हुए प्रदेश भर में खरीद-फरोख्त का मॉडल तैयार किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा जनता पार्टी है जानती है कि 5 साल में कोई विकास कार्य नहीं किए हैं. अब जनता उन्हें सत्ता से बाहर उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी का कोशिश कर रही है कि कांग्रेस के जिताऊ विधायकों को पार्टी में शामिल कर रहा सत्ता में वापसी की जा सके, जो सरासर गलत है.

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'सीएम के द्वारा अनिरुद्ध सिंह पर बनाया गया दबाव': हिमाचल कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से कांग्रेस के विधायक अनिरुद्ध सिंह पर भाजपा में आने का दबाव बनाया गया. सरकार और भाजपा संगठन की ओर से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने इस व्यवस्था को लोकतंत्र की हत्या कर दिया. वहीं, प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी और कर्ज को लेकर भी हिमाचल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर हमला (Congress Attacks on Jairam Thakur) साधा. कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने सरकार से बेरोजगारी को लेकर श्वेत पेपर जारी करने की मांग की. साथ ही यह भी पूछा कि प्रदेश में बीते 5 सालों में जो कर लिया, वह कहां खर्च किया गया. इस बारे में भी श्वेत पत्र जारी किया जाए. साथ ही उन्होंने हिमाचल कांग्रेस के प्रत्याशियों की पहली सूची 7 अक्टूबर की बैठक के बाद 10 अक्टूबर तक जारी होने की बात कही.

विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बगावत: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में बगावती सुर मुखर होने लगे हैं. हिमाचल कांग्रेस उपाध्यक्ष महेंद्र चौहान (Himachal Congress Vice President Mahendra Chauhan) ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. महेंद्र चौहान ने कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर करवाए गए सर्व पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही उन्होंने सर्वे को पृरी तरह से फर्जी करार दिया है. शनिवार को शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महेंद्र चौहान ने कहा कि, वे 40 साल से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हैं और जिला परिषद से लेकर पार्षद के चुनाव जीते है. 2017 में नगर निगम के चुनाव आजाद जीते और भाजपा ने काफी दबाव डाला लेकिन वे कांग्रेस में शामिल हुए. उस समय भी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन किया था, लेकिन टिकट नहीं दी गई. महेंद्र चौहान ने कहा कि तब भी उन्होंने पार्टी से बगावत नहीं की और पार्टी के लिए काम किया. (Mahendra Chauhan on Congress survey )

'बंद कमरे में करवाए गए सर्वे': उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव के लिए आवेदन किया, लेकिन हैरानी की बात है उनका नाम पैनल में शामिल तक नहीं किया गया. कांग्रेस ने सर्वे के आधार पर नेताओं को पैनल में शामिल किया. उन्होंने कहा कि, उनकी शहर के हजारों लोगों से बात हुई है किसी व्यक्ति द्वारा कांग्रेस के किसी भी सर्वे की बात नहीं की गई. ये सर्वे कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा मैनेज किया गया और बंद कमरे में सर्वे करवाए गए हैं. ऐसे लोगों को कांग्रेस ने अपने पैनल में शामिल किया, जिन्हें लोग जानते भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह(Himachal Congress President Pratibha Singh) सहित अन्य नेताओं से शिमला शहर सीट पर दोबारा सर्वे करवाने और पुर्नविचार करने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस इस पर विचार नहीं करती है तो उनके सामने कई विकल्प मौजूद है. हालांकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने से इनकार कर दिया. (Dispute in himachal Congress)

स्मार्ट सिटी के कार्यों की सीबीआई करे जांच: शिमला शहर में स्मार्ट सिटी के तहत हुए कार्यों पर भी महेंद्र चौहान ने सवाल खड़े किए और कहा कि शहर में स्मार्ट सिटी के तहत डंगे लगाए गए और पैसे की बर्बादी की गई. शहर में ओवरब्रिज ऐसे बनाये गए है जहां न तो बुजुर्ग और न ही बच्चे आ जा सकते हैं. शहर में करोड़ों के डंगे लगाए जा रहे हैं और नगर निगम के करोड़ों की कूड़े उठाने के लिए गाड़ियां खरीदी गई, जिसमें घोटाले होने की आशंका है. ऐसे में इन कार्यों की सीबीआई की जांच होनी चाहिए.

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