किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर में बास्पा नदी और खरोगला नाले से बाढ़ का खतरा बना रहता है. इससे नदी और नाले के पास रहने वाले ग्रामीणों को हर साल भारी नुकसान उठाना पड़ता है. इसी को लेकर अब जिला प्रशासन ने बस्पा नदी और खरोगला नाले के किनारों पर पक्की दीवार बनाने का फैसला लिया है ताकि बाढ़ से बचाव किया जा सके.
इसे लेकर डीसी किन्नौर गोपाल चंद ने कहा कि इस नाले में हर साल बाढ़ के कारण लोगों के लाखों के सेब के बगीचे तबाह हो रहे हैं. ऐसे में खरोगला नाले व बास्पा नदी के दोनों ओर पक्की दीवारों के निर्माण के लिए इंजीनियरों से इस बारे में चर्चा की गई है.
वहीं, इन दोनों नदी नालों के इंजीनियरों द्वारा टेस्ट भी लिए गए है ताकि खरोगला नाले व बास्पा नदी के बाढ़ को बटसेरी गांव व सांगला गाव के थेमगारंग में आने से रोका जा सके. उन्होंने कहा कि सितंबर तक दीवारों के निर्माण शुरू किया जाएगा ताकि बटसेरी व सांगला के थेमगारंग गाव को बाढ़ की चपेट में आने से बचाया जा सके.
बता दें कि सांगला के बटसेरी, थेमगारंग बास्पा नदी और खरोगला नाले के बीच होने से यहां पर हल्की बारिश के दौरान भी नालों में बाढ़ आ जाती है. इस कारण लोगों के सेब के बगीचे और भूमि कटान भी होता रहता है.इस पर प्रशासन ने अब नदी के दोनों ओर पक्की दीवारों के निर्माण के लिए योजना बनाई है. साथ ही पिछले दिनों खरोगला नाले में बाढ़ आने से थेमगारंग के सिंचाई नहर टूटी थी. इसे भी जल्द ही ठीक करने के लिए डीसी ने आईपीएच विभाग को आदेश दिए हैं.
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