शिमला: प्रतिबंधित झंडा विवाद (banned flag controversy) पर सीएम जयराम ठाकुर के बयान पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने आपत्ति जताई है. हरजिंदर सिंह धामी ने हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को नोटिस जारी (sgpc issued notice to cm jairam) किया है. वहीं, इस मामले पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसे किसी नोटिस की कोई जानकारी नहीं है. सीएम जयराम ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कुछ भी गलत नहीं बोला है.
क्या है मामला: बता दें की बीते दिनों पहले ऊना, मंडी और कुल्लू में पंजाब से कुछ युवा अपने वाहनों में प्रतिबंधित झंडे लगाकर आए थे, जिस पर पुलिस की ओर से मोटर वाहन एक्ट के तहत (cm jairam on banned flag controversy ) कार्रवाई की गई थी. ये भी जानकारी निकल कर आई थी कि पंजाब से आए ये युवक कुछ पोस्टर भी लेकर आए थे. बताया जा रहा है कि गाड़ियों पर जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर से लेकर कुछ प्रतिबंधित झंडे भी लगे थे. जिन्हें पुलिस ने उतरवाया था. उसके बाद हिमाचल में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ पंजाब के किरतपुर में हिमाचल से आने वाले वाहनों को रोकने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में हिमाचल प्रदेश से आ रहे वाहनों को रोकते हुए देखा जा सकता है.
सीएम जयराम ने क्या कहा था: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बयान दिया था कि पुलिस ने ट्रैफिक नियमों के तहत अपना काम किया है. इस प्रकार झंडे लगाकर वाहन चलाना नियमों के खिलाफ है. पंजाब के श्रद्धालुओं से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, निशान साहब के झंडे का पूरा सम्मान है, लेकिन वाहनों में प्रतिबंधित तस्वीरें, पोस्टर या झंडे लगे थे, जिसपर पुलिस ने नियमों के तहत कार्रवाई की थी.
सीएम जयराम ने कहा था कि इस मामले को पंजाब सरकार के समक्ष उठाया गया है. सीएम ने कहा था कि राज्य सरकार भी पूरी तरह से गंभीर है और पंजाब सरकार को भी गंभीरता से कार्य करना चाहिए. इस मामले पर कानून के तहत कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस पर पंजाब के मुख्य सचिव से बातचीत हुई है. आगे से ऐसा न हो उसको लेकर आश्वस्त किया है.
SGPC ने सीएम को भेजा नोटिस: सीएम जयराम ठाकुर के बयान के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने नोटिस जारी किया है. एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के मुखिया हर समुदाय की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, उनका सांप्रदायिक बयान देश की शांति को नुकसान पहुंचा सकता है. भारत एक बहु-धार्मिक और बहुभाषी देश है, जिसमें सभी को धार्मिक स्वतंत्रता है. संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाला सिखों के राष्ट्रीय शहीद थे, जिन्हें सिख समुदाय के सर्वोच्च धर्मस्थल श्री अकाल तख्त साहिब से शहीद की उपाधि से नवाजा गया था.
हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई सिख धर्मस्थल हैं, जहां जा रहे सिखों की गाड़ियों को रोक कर निशान साहिब और सिख शहीदों के चित्रों को उनके वाहनों से जबरन हटाया जा रहा है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मुद्दे पर पुलिस प्रशासन को रोकने के बजाए राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सिख भावनाओं के खिलाफ बयान दिया है. संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाले की तस्वीर पर सवाल उठाना उनके लिए जायज नहीं है. जयराम ठाकुर के बयान को लेकर एसजीपीसी ने नोटिस भेजने की बात कही है लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस तरह के किसी भी नोटिस की बात से इनकार किया है.