शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को देश के विभिन्न भागों से रेलगाड़ियों द्वारा राज्य में पहुंचने वाले लोगों की जांच करने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मियों और अन्य कर्मचारियों को सभी सुरक्षात्मक उपकरण प्रदान करने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन केन्द्रों में और अधिक सुविधाएं प्रदान की जाएं ताकि लोगों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा कि वृद्ध लोगों और दीर्घकालिक रोगियों को सभी आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए और अगर आवश्यक हो तो उन्हें स्वास्थ्य संस्थानों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए.
सीएम ने कहा कि इन संस्थानों में शौचालय जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए.जयराम ठाकुर ने कहा कि 25 अप्रैल से अब तक देश के विभिन्न भागों में फंसे 1.30 लाख से अधिक हिमाचली लोग राज्य में पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 81 हजार लोगों को होम क्वारंटाइन में और 6500 से अधिक को संस्थागत क्वांरटाइन के तहत रखा गया है.
सीएम ने कहा कि शेष ने अपनी क्वारंटाइन अवधि पूरी कर ली है. उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को बाहरी राज्यों से आने वाले हिमाचलियों की प्रदेश वापसी के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि राज्य सरकार प्रदेश यह सुनिश्चित कर रही है कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की उचित जांच के बाद उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाए.
सीएम ने कहा कि प्रदेश के लोगों की सुरक्षा राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकता है. आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में लोगों की प्रदेश वापसी की संभावना को ध्यान में रखते हुए उन्होंने उपायुक्त को यह भी निर्देश दिए कि वह संस्थागत क्वांरटाइन के अतिरिक्त प्रबन्ध करें ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना योद्धाओं की सुरक्षा के लिए पीपीई किट और अन्य सामग्रियों की पर्याप्त व्यवस्था की है. देश के अन्य हिस्सों से आने वाले सभी लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन में रहना होगा, जब तक कि उनका कोविड परीक्षण नहीं किया जाता और निगेटिव पाए जाने के बाद ही घर जाने की अनुमति प्रदान की जाए.