शिमला: एसएमसी शिक्षकों के लिए ऐसा समाधान निकाला जाएगा जिसमें कोई कानूनी अड़चन ना हो. यह बात सीएम जयराम ने सचिवालय के बाहर जमा सैंकड़ों एसएमसी अध्यापकों को संबोधित करते हुए कही. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार एसएमसी शिक्षकों की (CM Jairam Thakur addressed SMC teachers) उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले ही इन शिक्षकों की सेवाएं उनके नियुक्ति स्थलों पर ही करने का निर्णय लिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन शिक्षकों द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के दृष्टिगत प्रदेश सरकार इनकी सेवाओं से सम्बन्धित नीति बनाने पर भी विचार कर रही है. एसएमसी एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को उनकी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया. सीएम ने कहा कि शिक्षकों को कैजुअल और मेडिकल लीव का प्रावधान आगामी कैबिनेट में कर दिया जाएगा. चुनाव नजदीक आते ही इस तरह की स्थिति बनती रहती है.
प्रदेश में सरकार बनने के बाद शिक्षकों जो हर संभव मदद हो सकती है, वह की है. पीटीए, पैट और पैरा शिक्षकों को पिछली सरकार ने चौराहे पर छोड़ दिया था. हमने सुप्रीम कोर्ट तक उनके पक्ष में लड़ाई लड़ी. एसएमसी शिक्षक भी विषम परिस्थितियों से गुजरे हैं. एसएमसी शिक्षक जहां लगे हैं, वहां से उन्हें नहीं हटाने का फैसला लिया. एसएमसी शिक्षकों के लिए जिंदगी भर के लिए रास्ता निकालने का बजट में एलान किया है.
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