शिमला: नगर निगम शिमला के शांति विहार वार्ड में (Shanti Vihar ward of Shimla) स्वागत गेट पर लगाए गए कमल के फूल को लेकर कांग्रेस के पूर्व पार्षद ने नगर निगम महापौर सत्या कौंडल के खिलाफ मोर्चा दिया है और महापौर पर तानाशाही के आरोप लगाए हैं. साथ ही इस मामले को कोर्ट में ले जाने की चेतावनी भी दी है. शांति विहार वार्ड के पूर्व कांग्रेस पार्षद महेंद्र चौहान ने कहा कि भाजपा के द्वारा मनोनीत पार्षद द्वारा उनके वार्ड में स्वागत गेट पर कमल के फूल लगाए जाने को लेकर नगर निगम शिमला के हाउस में भी शांति विहार वार्ड की कांग्रेस पार्षद द्वारा मामला उठाया गया था.
जब ये मामला उठाया गया तो उस दौरान महापौर (Municipal Corporation Shimla) द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए पार्षद को जवाब दिया गया और यह कहा गया कि यह फूल गेट से नहीं हटाए जाएंगे. पूर्व पार्षद ने आरोप लगाया कि बैठक के दौरान महापौर ने अपनी भाषा की मर्यादा का भी ध्यान नहीं रखा और चुने हुए प्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार किया. आरोप लगाया कि महापौर तानाशाही रवैया अपनाकर अपने पद का दुरुपयोग कर रही है.
कांग्रेस के पूर्व पार्षद ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि (Shanti Vihar ward of Shimla) जल्द ही उस गेट से कमल के फूल नहीं हटाए गए तो कांग्रेस और वार्ड की जनता महापौर (Mayor Satya Kaundal) का घेराव करेगी. साथ ही वे इस मामले को (Welcome Gate in Shanti Vihar Ward) लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे.
वहीं, उन्होंने आगामी नगर निगम शिमला के चुनावों को लेकर कहा कि भाजपा, नगर निगम में दोबारा से काबिज होने को लेकर मुंगेरीलाल के सपने देख रही है, लेकिन शहर की जनता नगर निगम चुनावों में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखएगी और कांग्रेस दो तिहाई बहुमत के साथ नगर निगम बनाएगी.
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