ठियोगः कोरोना वायरस की महामारी का संकट अपना असर दिखाना शुरू कर गया है. प्रदेश में भी इस महामारी के चलते लगाए गए कर्फ्यू के दौरान पूरे बाजार और दुकानें बंद रहीं, लेकिन अब कर्फ्यू में ढील दिए जाने के बाद बाजार खुल गए हैं.
ऐसे में व्यापारियों को कुछ राहत तो मिली है, लेकिन उनका काम और व्यापार अभी भी पूरी तरह से पटरी पर नहीं लौट पाया है. ठियोग के व्यपारियों से जब इस विषय पर बात की गई तो व्यपारियों में निराशा देखने को मिली.
व्यपारियो का कहना है कि पिछले 50 दिनों में कर्फ्यू और लॉकडाउन के चलते उनका काम प्रभावित हो गया है. घर का खर्च निकालना बड़ा मुश्किल है. साथ में दुकान का किराया, बिजली, पानी और राशन के बिलों से चिंता बढ़ती जा रही है.
व्यपरियो का कहना है कि सरकार ने भले ही आर्थिक पैकेज को घोषणा की हो, लेकिन उन्हें आज तक भी कुछ नहीं मिला है. व्यापारियों की मानें तो कोरोना की वजह से लोग घरों से निकल नहीं पा रहे हैं और जो सरकार ने दुकानों को खोलने की समय सीमा बढाई है, उसका कोई भी फायदा लोगों को नही हो पा रहा है.
व्यापारियों ने बताया कि नीजि गाड़ियों में सबका आना मुश्किल है और बसें चल नहीं रही हैं जिससे आम जनता बाजार से दूर है और उनके ग्राहक नहीं आ पा रहे हैं. ऐसे में व्यापारियों को मंदी के दौर से गुजरना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें- COVID-19: बागवानों को सताने लगी सेब सीजन की चिंता, लेबर और मार्केटिंग की कैसे होगी व्यवस्था