फरीदाबाद: अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला 2020 हरियाणा के फरीदाबाद में 1 से 16 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है. इस बार हिमाचल प्रदेश मेले का 'थीम स्टेट' है. मेले में हिमाचल के पर्यटन स्थलों, मंदिरों, झीलों, नदियों, हिमखंडों और यहां के जनजीवन को दिखाया जा रहा है. इस मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए राज्य के विभिन्न भागों से लगभग 140 कलाकार भाग ले रहे हैं.
34वें सूरजकुंड मेले में हरियाणा के ब्रज क्षेत्र की झांकियों ने धूम मचाई हुई है. पहले पलवल के गांव बंचारी की नगाड़ा पार्टी और फिर गांव मरोली की नगाड़ा पार्टी ने धूम मचा रखी है. यहां हर रोज गांव होली के रसिया और ढोल-नगाड़ों से प्रस्तुति दी जाती है.
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के गेट नंबर-1 पर आप जैसे ही अंदर जाएंगे आपको जिला पलवल के गांव मरोली के नगाड़ा सुनाई देने लग जाएगा. इस नगाड़े और शोर का सुर मधुर है, जो लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. लोग जमकर इस मेले का आनंद ले रहे हैं.
युवा ले रहे झांझर का आनंद
यहां नगाड़ा पार्टी और झांझर के माध्यम से रसिया गाकर लोगों को खूब नृत्य कराया जा रहा है. युवाओं को ये रसिया और झांझर का संगीत बहुत पसंद आ रहा है. हर कोई इस झांझर की झंकार और नगाड़े की थाप पर थिरकने लग जाता है.
होली के त्यौहार पर चौपाई यात्रा
गांव मरौली निवासी रतन सिंह का कहना है कि उनके यहां परंपरागत रीति-रिवाजों को बढ़ाने के लिए चौपाई पार्टियों का आयोजन किया जाता है. इस तरह का आयोजन ब्रज क्षेत्र की पहचान है. हमारे यहां होली के उत्सव पर कलाकार चौपाई यात्रा निकालते हैं जिसमें भारी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं.
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