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सूरजकुंड मेले में ब्रज नृत्य का 'छौंका', झांझर-नगाड़े ने मचाई धूम - सूरजकुंड में मेले में ब्रज के झांझर-नगाड़े

सूरजकुंड मेले में ब्रज के झांझर-नगाड़े ने धूम मचा रखी है. लोग जमकर ब्रज के झांझर-नगाड़े पर डांस कर रहे हैं. इसके साथ ही रसिया गायन भी हो रहा है.

Braj jhanjar and drums in International surajkund Fair
सूरजकुंड मेले में ब्रज नृत्य का 'छौंका'
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Published : Feb 6, 2020, 11:24 AM IST

फरीदाबाद: अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला 2020 हरियाणा के फरीदाबाद में 1 से 16 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है. इस बार हिमाचल प्रदेश मेले का 'थीम स्टेट' है. मेले में हिमाचल के पर्यटन स्थलों, मंदिरों, झीलों, नदियों, हिमखंडों और यहां के जनजीवन को दिखाया जा रहा है. इस मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए राज्य के विभिन्न भागों से लगभग 140 कलाकार भाग ले रहे हैं.

34वें सूरजकुंड मेले में हरियाणा के ब्रज क्षेत्र की झांकियों ने धूम मचाई हुई है. पहले पलवल के गांव बंचारी की नगाड़ा पार्टी और फिर गांव मरोली की नगाड़ा पार्टी ने धूम मचा रखी है. यहां हर रोज गांव होली के रसिया और ढोल-नगाड़ों से प्रस्तुति दी जाती है.

अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला

अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के गेट नंबर-1 पर आप जैसे ही अंदर जाएंगे आपको जिला पलवल के गांव मरोली के नगाड़ा सुनाई देने लग जाएगा. इस नगाड़े और शोर का सुर मधुर है, जो लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. लोग जमकर इस मेले का आनंद ले रहे हैं.

युवा ले रहे झांझर का आनंद

यहां नगाड़ा पार्टी और झांझर के माध्यम से रसिया गाकर लोगों को खूब नृत्य कराया जा रहा है. युवाओं को ये रसिया और झांझर का संगीत बहुत पसंद आ रहा है. हर कोई इस झांझर की झंकार और नगाड़े की थाप पर थिरकने लग जाता है.

होली के त्यौहार पर चौपाई यात्रा

गांव मरौली निवासी रतन सिंह का कहना है कि उनके यहां परंपरागत रीति-रिवाजों को बढ़ाने के लिए चौपाई पार्टियों का आयोजन किया जाता है. इस तरह का आयोजन ब्रज क्षेत्र की पहचान है. हमारे यहां होली के उत्सव पर कलाकार चौपाई यात्रा निकालते हैं जिसमें भारी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं.

वीडियो

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला: नाबार्ड की मदद और हस्त कलाकारों का हुनर, मेले में जरूर देखें ये सामान

फरीदाबाद: अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला 2020 हरियाणा के फरीदाबाद में 1 से 16 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है. इस बार हिमाचल प्रदेश मेले का 'थीम स्टेट' है. मेले में हिमाचल के पर्यटन स्थलों, मंदिरों, झीलों, नदियों, हिमखंडों और यहां के जनजीवन को दिखाया जा रहा है. इस मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए राज्य के विभिन्न भागों से लगभग 140 कलाकार भाग ले रहे हैं.

34वें सूरजकुंड मेले में हरियाणा के ब्रज क्षेत्र की झांकियों ने धूम मचाई हुई है. पहले पलवल के गांव बंचारी की नगाड़ा पार्टी और फिर गांव मरोली की नगाड़ा पार्टी ने धूम मचा रखी है. यहां हर रोज गांव होली के रसिया और ढोल-नगाड़ों से प्रस्तुति दी जाती है.

अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला

अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के गेट नंबर-1 पर आप जैसे ही अंदर जाएंगे आपको जिला पलवल के गांव मरोली के नगाड़ा सुनाई देने लग जाएगा. इस नगाड़े और शोर का सुर मधुर है, जो लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. लोग जमकर इस मेले का आनंद ले रहे हैं.

युवा ले रहे झांझर का आनंद

यहां नगाड़ा पार्टी और झांझर के माध्यम से रसिया गाकर लोगों को खूब नृत्य कराया जा रहा है. युवाओं को ये रसिया और झांझर का संगीत बहुत पसंद आ रहा है. हर कोई इस झांझर की झंकार और नगाड़े की थाप पर थिरकने लग जाता है.

होली के त्यौहार पर चौपाई यात्रा

गांव मरौली निवासी रतन सिंह का कहना है कि उनके यहां परंपरागत रीति-रिवाजों को बढ़ाने के लिए चौपाई पार्टियों का आयोजन किया जाता है. इस तरह का आयोजन ब्रज क्षेत्र की पहचान है. हमारे यहां होली के उत्सव पर कलाकार चौपाई यात्रा निकालते हैं जिसमें भारी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं.

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Intro:एंकर-- सूरजकुंड मेले में हरियाणा के ब्रज क्षेत्र की चौपाई नगाड़ा पार्टीयों नहीं भी धूम मचा रखी है नगाड़े के माध्यम से होली के रसिया का कर लोगों का खूब मनोरंजन कर रहे हैBody:

वीओ-- तस्वीरों में दिखाई दे रहा यह नजारा फरीदाबाद में चल रहे 34 वे अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के गेट नंबर 1 का है गेट नंबर 1 से जैसे ही आप अंदर आएंगे आपको जिला पलवल के गांव मरोली के नगाड़ा अशोक सुनाई देने लगेगा यह शोर इतना मधुर होगा कि आप उसको देख बगैर आगे नहीं जाएंगे गांव मरोली कि यह नगाड़ा पार्टी नगाड़ा और झांझर के माध्यम से रसिया गाकर लोगों को खूब नृत्य करा रही है तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि युवा हो या फिर लड़की हो या मेला देखने आए अन्य उम्र के लोग हैं सब एक बार जरूर हैं गांव मरौली निवासी रतन सिंह सौरभ ने बताया कि उनके यहां परंपरागत रीति रिवाजों को बढ़ाने के लिए चौपाई पार्टियों का आयोजन किया जाता है और इस तरह का आयोजन ब्रज क्षेत्र की पहचान है

बाईट-- रतन सिंह सौरोतConclusion:सूरजकुंड मेले में ब्रज के नगाड़ा की थाप पर जमकर थिरके लोग
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