शिमला: हिमाचल की युवा पीढ़ी के लेखकों के प्रेरणा स्रोत और दिग्गज लेखक सुंदर लोहिया नब्बे साल के (Author Sundar Lohia Birthday) हो गए हैं. इस अवसर पर हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच द्वारा शिमला के गेयटी सभागार में साहित्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान सुंदर लोहिया की कविता पुस्तक "एक अस्वीकार और अन्य कविताएं" का लोकार्पण हुआ. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राकेश कंवर, सचिव भाषा संस्कृति हिमाचल प्रदेश सरकार थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीनिवास जोशी ने की. उनके साथ मंच सी पी पंवर ने साझा किया.
मंच के अध्यक्ष एस आर हरनोट ने लोहिया जी को उनकी कविता पुस्तक और जन्मदिन पर बधाई देते हुए कहा (Author Sundar Lohia poetry book launched) कि हिमालय मंच और शिमला के लिए यह सुखद संयोग ही है कि हम उनका 90 वां जन्मदिन मना रहे हैं. सुंदर लोहिया का पहला उपन्यास "धार की धूप" वर्ष 1987 में और कहानी संग्रह "कोलतार" वर्ष 1992 में छपा था. आज लोकार्पित कविता संग्रह तीस वर्षों के अंतराल के बाद आया है जो हिमाचल के साहित्य के लिए गौरव के क्षण हैं.
एस आर हरनोट ने स्मरण किया कि वर्ष 2013 में हिमालय मंच ने सुंदर लोहिया जी को "आजीवन उपलब्धि सम्मान" से नवाजा था. लोहिया जी की तीस सालों में कोई किताब नहीं आई लेकिन उनकी लेखकीय सक्रियता बनी रही. वे जनवादी लेखक संघ, जन विज्ञान आंदोलन तथा साक्षरता अभियान से लंबे समय तक जुड़े रहे और ज्वलंत मुद्दों पर गंभीर और विचारशील लेखन करते रहे.
मुख्य अतिथि राकेश कंवर ने उन्हें बधाई देते हुए उनके साथ मंडी और अन्य स्थानों में साक्षरता अभियान में लंबे अरसे तक साथ-साथ कार्य करते रहने की कई यादें साझा की और उनकी प्रतिबद्धता का विस्तार से उल्लेख किया. दिग्गज लेखक सुंदर लोहिया की रचनाशीलता और कविताओं पर श्रीनिवास जोशी, गंगा राम राजी, आत्मा रंजन और अजेय ने विस्तार से चर्चा की. कथाकार मुरारी शर्मा ने सुंदर लोहिया के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. वहीं, लेखक सुंदर लोहिया की बेटी नलिनी ने इस आयोजन के लिए हिमालय मंच का आभार व्यक्त किया. इस दौरान हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति मंडी ने दिग्गज लेखक सुंदर लोहिया को पुष्प गुच्छ और शॉल टोपी भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर लेखकों ने केक कास्ट कर लोहिया जी का जन्मदिन भी मनाया. पहले सत्र का मंच संचालन विजय विशाल ने किया.
दूसरा सत्र कवि गोष्ठी के रूप में आयोजित किया गया. जिसमें सुंदर लोहिया ने अपनी कविता पुस्तक में से कविता पाठ किया. बहुत से रचनाकारों ने भी अपनी कविताओं का पाठ किया. इस सत्र का मंच संचालन आत्मा रंजन ने किया. गोष्ठी में मंडी से गंगा राम राजी, मुरारी शर्मा, कृष्ण चंद महादेविया, बीरबल शर्मा, समरेश लोहिया, वीना वैद्य, कृष्णा ठाकुर, धर्म प्रकाश गुप्ता, बीरबल शर्मा, जोगिंदर वालिया, राजेंद्र मोहन, लोहिया जी के परिजन और शिमला से आर के जिसटु, के आर भारती, डॉ. देवेंद्र गुप्ता, मीनाक्षी एफ पॉल, सतीश रत्न, दिनेश शर्मा, स्नेह नेगी, विनोद भारद्वाज, जियानंद शर्मा, जगदीश कश्यप, संजय शर्मा, यादव चंद, अश्वनी कुमार, भारती कुठियाला, नरेश दियोग, मनन, कौशल्या ठाकुर, विजयलक्ष्मी, हमीरपुर से राजेंद्र राजन और सोलन से रोशन जसवाल सहित अनेक साहित्य प्रेमी और लेखक उपस्थित थे.