शिमलाः हिमाचल प्रदेश के पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सोमवार को राजधानी शिमला में गौ सेवा आयोग की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की. इस अवसर पर उन्होंने सभी निर्माणाधीन गौ-सदनों और गौ-अभयारण्यों का निर्माण कार्य फरवरी 2021 तक पूरा करने के निर्देश दिए.
वहीं, सरकार ने लक्ष्य लिया है कि इन गौ-सदनों और गौ-अभयारण्यों में मार्च 2021 तक सड़कों से करीब 10 हजार बेसहारा गौवंश को आश्रय उपलब्ध करवाया जाएगा. उन्होंने जनवरी 2022 तक प्रदेश की सड़कों को बेसहारा पशु मुक्त बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए.
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जिला कांगड़ा में सात गौ-अभ्यारण्यों के निर्माण कार्य जल्द पूरा कर इनमें बेसहारा गौवंश को आश्रित किया जाएगा. उन्होंने अन्य जिलों में भी गौ-अभ्यारण्य के निर्माण के लिए भूमि चयन की प्रक्रिया पूरा करने के निर्देश दिए.
पशुपालन मंत्री ने कहा कि घायल बेसहारा गौवंश को सड़कों से उठाने के लिए लिफ्ट असेंबली वाहन खरीदे जाएं, ताकि उन्हें आसानी से सड़कों से उठाकर गौ-सदनों और गौ-अभ्यारण्यों में आश्रित करवाया जा सके. उन्होंने गौ-अभ्यारण्य/ गौ-सदनों की छतों पर सोलर सिस्टम लगाने के लिए परियोजना तैयार करने के निर्देश दिए. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव पशुपालन निशा सिंह, निदेशक पशुपालन डाॅ. अजमेर डोगरा, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा और आयोग के सरकारी व गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे.
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