शिमला: त्रिपुरा के कैलाशहर में शुक्रवार 29 अक्टूबर को अखिल भरतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) के सदस्यता अभियान में लगे निहत्थे कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमले का एबीवीपी देशव्यापी, तीव्र विरोध करती है और हमले में संलिप्त सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी की मांग की है. इस घटना का विरोध करते हुए एबीवीपी परिषद के कार्यकर्ताओं ने शिमला में धरना प्रदर्शन किया.
एबीवीपी हिमाचल प्रदेश (ABVP Himachal Pradesh) के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि आज कुछ ताकतें देश के शांतिपूर्ण माहौल को खराब कर सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न करने का प्रयास कर रही हैं. 90 के दशक में जैसे कश्मीर में कश्मीरी पंडितों का नरसंहार हुआ उसी तर्ज पर देश के विभिन्न राज्यों में आज सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न करने में लगी हैं. ये ताकतें देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं.
एबीवीपी प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि ये लोग रहते और खाते भारत का हैं, लेकिन दीमक की तरह देश को खोखला करने में लगे हैं और अपने एजेंडे की पूर्ति के लिए दंगों और हिंसा का सहारा ये जेहादी ताकतें लेती हैं. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा जैसे शांत राज्य में जेहादियों द्वारा स्कूल में सदस्यता कर रहे एबीवीपी के कार्यकर्ता के पेट में चाकू घोंप कर जानलेवा हमला करना इनकी मानसिकता को दर्शाता है, जो सिर्फ और सिर्फ नफरत फैलाने वाली है.
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विशाल वर्मा ने कहा कि इस प्रकार के हमलों से हमें डराने वाले प्रयास कभी सफल नहीं हो सकेंगे. ऐसी घटनाएं हमें हमारे राष्ट्र पुनर्निर्माण के ध्येय की ओर और अधिक दृढ़-संकल्पित बनाती हैं. यदि विरोधी ऐसा समझते हैं कि हमें डरा-धमकाकर वे हमें मार्ग से भ्रमित कर देंगे, तो यह उनकी गलतफहमी है.
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