शिमला: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है. पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. मूल तौर पर पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना होता है. ये पांच अंग- तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण हैं. यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुर्हूत, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षण, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास आदि की जानकारी देते हैं. आएये जानते हैं, आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय.
03 अक्टूबर 2021 रविवार: अश्विन कृष्ण पक्ष सूर्योदय द्वादशी तिथि रात 10:29 तक उसके उपरांत त्रयोदशी तिथि
द्वादशी श्राद्ध आज
मूल समाप्ति: आज 03 अक्टूबर रविवार रात 03:26 तक मूल रहेंगे उसके उपरांत मूल समाप्ति.
राशि: सिंह राशि पूर्ण रात्रि तक
आज शुभ तिथि द्वादशी जो 22:30 मिनट तक रहेगी.
नक्षत्र : मघा 27:25
योग : साध्य 16:16
करण : कौलव 10:56
चन्द्रमा : सिंह
सूर्योदय : 06:26
सूर्यास्त : 18:14
दिशाशूल : पश्चिम
निवारण उपाय : घी का सेवन
ऋतु : शरद् ऋतु
गुलिक काल : 15:00-16:30
विक्रम संवत: 2078
शक संवत : 1943
युगाब्द : 5123
संवत सर नाम : राक्षस
शुभ चौघड़िया मुहूर्त (दिन)
चर सामान्य: प्रातः 07:40 से प्रातः 09:09 तक
लाभ: प्रातः 09:09 से प्रातः 10:39 तक
अमृत: प्रातः 10:39 से दोपहर 12:08 तक
शुभ: दोपहर 01:37 से दोपहर 03:06 तक
शुभ चौघड़िया मुहूर्त (रात्रि)
शुभ: शाम 06:05 से रात 07:35 रात तक
अमृत: रात 07:35 से रात 09:06 तक
चर सामान्य: रात 09:06 से रात 10:37 तक
लाभ: रात 01:39 से रात 03:10 तक
शुभ: रात 04:40 से दूसरे दिन प्रातः 06:11 तक
अभिजीत सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त: दिन के 11:44 से दोपहर 12:32 तक
आज का शुभ अंक: 1, 2, 3 और 6
राहुकाल: शाम 04:35 से शाम 06:05 तक
(इसमें शुभ कार्य करना निषेध है)
आज के विशेष योग : वर्ष का 174वां दिन, बारस व मघा का श्राद्ध, संन्यासियों का श्राद्ध, द्वादशी का श्राद्ध, गंडमूल 27:26 तक, आश्विन कृष्ण द्वादशी, श्री श्री 1008 संत शिरोमणि मोहनदासजी महाराज का जागरण सालासर बालाजी मंदिर में, रेटिया बारस.
वास्तु टिप्स : स्वागत कक्ष के बाहर की ओर बिल्कुल द्वार के ऊपर गणेश जी की स्थापना करनी चाहिए.
दिशाशूल: आज के दिन पश्चिम दिशा यात्रा करने की मनाई है. अगर जाना जरूरी हो तो घर से गुड़ खाकर निकलें कार्य में सफलता मिलेगी.
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