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उपचुनाव: पांगी में 55 और काजा में 40 ईवीएम व वीवीपैट मशीनें पहुंचाई

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Published : Oct 23, 2021, 8:30 PM IST

मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासु ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं. इसके अलावा लाहौल-स्पीति जिला के काजा क्षेत्र के लिए 40 ईवीएम और वीवीपैट मशीनें कमिशनिंग के उपरांत आज कड़ी सुरक्षा के बीच हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेज दी है.

उपचुनाव
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शिमला: उपचुनावों को लेकर निर्वाचन विभाग की तैयारियां जोरों पर हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासु ने कहा कि चंबा जिला के पांगी क्षेत्र के लिए 55 ईवीएम और 55 वीवीपैट मशीनें कमिशनिंग के बाद कड़ी सुरक्षा में भेजी गई है. मंडी लोकसभा क्षेत्र के उप-निर्वाचन के दौरान इन ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग पांगी क्षेत्र में स्थापित 37 मतदान केंद्रों में मतदान के लिए किया जाएगा.

सी. पालरासु ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं. इसके अलावा लाहौल-स्पीति जिला के काजा क्षेत्र के लिए 40 ईवीएम और वीवीपैट मशीनें कमिशनिंग के उपरांत आज कड़ी सुरक्षा के बीच हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेज दी है.

मंडी लोकसभा उप-निर्वाचन के दौरान इन ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग काजा क्षेत्र में स्थापित 29 मतदान केंद्रों में मतदान के लिए किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मंडी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में लाहौल-स्पीति जिला के टाशीगंग में समुद्र तल से सर्वाधिक 15,256 फीट की ऊंचाई पर मतदान केंद्र स्थापित किया गया है. इसके अतिरिक्त शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में 8,500 फीट की ऊंचाई पर अढैल मतदान केंद्र स्थित है.

सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र में 6,204 फीट की ऊंचाई पर पम्बड मतदान केंद्र तथा जिला कांगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में अगाहर मतदान केंद्र समुद्र तल से 2,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. समुद्र तल से अधिकतम ऊंचाई पर स्थित इन मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबन्ध किए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर को होने वाले एक लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है. संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्रों तक ईवीएम व अन्य चुनाव सामग्री पहुंचाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. इस बार उपचुनावों में 50 प्रतिशत मतदान केंद्रों को वेबकास्टिंग के माध्यम से जोड़ा जा रहा है.

यह पहली बार है जब इतने बड़े स्तर पर मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी. उप-निर्वाचन के लिए स्थापित कुल 2796 मतदान केंद्रों में से 1383 मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग सुविधा उपलब्ध रहेगी. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव करवाने तथा मतदाताओं में विश्वास बहाली के लिए सभी अतिसंवेदनशील (क्रिटिकल) अथवा संवेदनशील (वल्नरेबल), कुल मतदान केंद्रों के 50 प्रतिशत जिनमें पूरक मतदान केंद्र भी शामिल हैं, इनमें से जो भी अधिक हो, उतने मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.

मंडी संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में स्थापित 2365 मतदान केंद्रों में से 1168 मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा फतेहपुर, अर्की व जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के लिए स्थापित कुल 431 मतदान केंद्रों में स्थित 215 केंद्रों को वेबकास्टिंग से जोड़ा गया है. वेब-कास्टिंग के दौरान मतदान की गोपनीयता का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें: भाजपा में कांग्रेस से ज्यादा परिवारवाद, सीएम ने अपनी कुर्सी बचाने में ही बिता दिए चार साल: कांग्रेस

शिमला: उपचुनावों को लेकर निर्वाचन विभाग की तैयारियां जोरों पर हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासु ने कहा कि चंबा जिला के पांगी क्षेत्र के लिए 55 ईवीएम और 55 वीवीपैट मशीनें कमिशनिंग के बाद कड़ी सुरक्षा में भेजी गई है. मंडी लोकसभा क्षेत्र के उप-निर्वाचन के दौरान इन ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग पांगी क्षेत्र में स्थापित 37 मतदान केंद्रों में मतदान के लिए किया जाएगा.

सी. पालरासु ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं. इसके अलावा लाहौल-स्पीति जिला के काजा क्षेत्र के लिए 40 ईवीएम और वीवीपैट मशीनें कमिशनिंग के उपरांत आज कड़ी सुरक्षा के बीच हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेज दी है.

मंडी लोकसभा उप-निर्वाचन के दौरान इन ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का उपयोग काजा क्षेत्र में स्थापित 29 मतदान केंद्रों में मतदान के लिए किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मंडी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में लाहौल-स्पीति जिला के टाशीगंग में समुद्र तल से सर्वाधिक 15,256 फीट की ऊंचाई पर मतदान केंद्र स्थापित किया गया है. इसके अतिरिक्त शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में 8,500 फीट की ऊंचाई पर अढैल मतदान केंद्र स्थित है.

सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र में 6,204 फीट की ऊंचाई पर पम्बड मतदान केंद्र तथा जिला कांगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में अगाहर मतदान केंद्र समुद्र तल से 2,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. समुद्र तल से अधिकतम ऊंचाई पर स्थित इन मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से सभी प्रबन्ध किए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर को होने वाले एक लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है. संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में ऊंचाई पर स्थित मतदान केंद्रों तक ईवीएम व अन्य चुनाव सामग्री पहुंचाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. इस बार उपचुनावों में 50 प्रतिशत मतदान केंद्रों को वेबकास्टिंग के माध्यम से जोड़ा जा रहा है.

यह पहली बार है जब इतने बड़े स्तर पर मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी. उप-निर्वाचन के लिए स्थापित कुल 2796 मतदान केंद्रों में से 1383 मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग सुविधा उपलब्ध रहेगी. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव करवाने तथा मतदाताओं में विश्वास बहाली के लिए सभी अतिसंवेदनशील (क्रिटिकल) अथवा संवेदनशील (वल्नरेबल), कुल मतदान केंद्रों के 50 प्रतिशत जिनमें पूरक मतदान केंद्र भी शामिल हैं, इनमें से जो भी अधिक हो, उतने मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.

मंडी संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में स्थापित 2365 मतदान केंद्रों में से 1168 मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा फतेहपुर, अर्की व जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्रों के उप-निर्वाचन के लिए स्थापित कुल 431 मतदान केंद्रों में स्थित 215 केंद्रों को वेबकास्टिंग से जोड़ा गया है. वेब-कास्टिंग के दौरान मतदान की गोपनीयता का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा.

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