शिमलाः प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा बोर्ड की ओर से करवाई गई 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं का परिणाम समय पर निकालने के लिए सरकार की ओर से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. मार्च माह में करवाई गई दोनों ही कक्षाओं के परिणाम महत्वपूर्ण है. ऐसे में सरकार इस बात को तय कर रही है कि यहां परीक्षा परिणाम समय से घोषित हो जिससे कि छात्र आगामी कक्षा में प्रवेश लेने के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी आसानी से आवेदन कर सकें.
इसके लिए अब बोर्ड की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन घरों से ही करवाने की तैयारी की जा रही है. यानी शिक्षक मूल्यांकन केंद्रों के बजाय घर पर ही छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं जांचेंगे, जिससे कि परिणाम समय पर घोषित किया जा सके.शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा की कोरोना की वजह से मूल्यांकन केंद्रों पर स्पॉट इवैल्यूएशन10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का मूल्यांकन कर पाना संभव नहीं है.
ऐसे में बोर्ड ने भी यही फैसला लिया है कि 10वीं और 12वीं के कक्षाओं के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कोरोना के लॉक डॉउन और कर्फ्यू की वजह से और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए शिक्षक घरों पर ही करेंगे.
उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों के घरों तक पहुंचाई जाएंगी जिन्हें जांचने का काम शिक्षक घरों पर करेंगे और उसके बाद परिणाम तैयार कर परिणाम घोषित किया जाएगा.शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बाबत फैसला एक-दो दिन के भीतर ले लिया जाएगा. जिससे कि परिणाम समय पर घोषित हो और छात्र नीट जेईई जैसी परीक्षाओं के लिए आगामी समय में आवेदन कर सकें और उन्हें दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.
वहीं हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से भी 21 अप्रैल के बाद बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन करवाने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा है कि स्पॉट इवैल्यूएशन ना करवा कर छात्रों के घरों पर ही पेपर पहुंचाए जाएंगे और शिक्षक घर पर ही पेपर चेक करेंगे.