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कालाअंब में रेड जोन पर पहुंचा जलस्तर, केंद्रीय जल बोर्ड के अफसरों के साथ हुआ मंथन

कालाअंब क्षेत्र में हर साल 49 मिमि भूजल स्तर घट रहा है. यही कारण है कि इस क्षेत्र में भूजल स्तर में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास सरकार व संबंधित विभाग द्वारा किए जा रहे हैं.

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Published : Jul 26, 2019, 6:27 PM IST

नाहन: औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में जलस्तर रेड जोन में पहुंच चुका है. कालाअंब के साथ-साथ जिला सिरमौर में घटते जलस्तर वाले इलाकों में सुधार के लिए केंद्रीय भूमिगत जल बोर्ड के अधिकारियों व वैज्ञानिकों ने नाहन में जल शक्ति अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की.

बता दें कि कालाअंब क्षेत्र में हर साल 49 मिमि भूजल स्तर घट रहा है. यही कारण है कि इस क्षेत्र में भूजल स्तर में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास सरकार व संबंधित विभाग द्वारा किए जा रहे हैं. केंद्रीय नोडल अधिकारी भारत भूषण ने बताया कि एक जुलाई से 15 सितंबर तक जल शक्ति अभियान के तहत कालाअंब क्षेत्र में जल स्तर में भी वृद्वि के लिए वर्षा जल टैंक, चैक डैम, तालाबों का अधिक से अधिक निर्माण करने के अतिरिक्त यहां पौधारोपण व पारंपरिक जल स्त्रोतों की मरम्मत कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि पहली बार इस अभियान के तहत केंद्र व प्रदेश सरकार सहित जिला प्रशासन मिलकर काम कर रहे हैं.

वीडियो

केंद्रीय भूमिगत जलबोर्ड के वैज्ञानिक विनोद शर्मा ने बताया कि भूमिगत जलस्तर को कम होने से रोकने के लिए रूपरेखा तैयार कर अधिकारियों को बताई जा रही है, ताकि गिरते जलस्तर को रोका जा सके. उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में जो पानी बह जाता है, वो जमीन के अंदर जाए, ताकि गर्मी के मौसम में पानी लोगों के काम आ सके. साथ ही बताया कि पानी किसान की सिंचाई के लिए काम आए, इसके लिए कई तरीके हैं. जिसके तहत सारा पानी जमीन में डाला जा सकता है.

बता दें कि पूरे देश में करीब 256 जिले व ब्लॉक चुने गए हैं, जिनमें पानी का स्तर घट रहा है. इसी से निपटने के लिए ये जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, ताकि पानी की बूंद-बूंद को बचाया जा सके.

नाहन: औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में जलस्तर रेड जोन में पहुंच चुका है. कालाअंब के साथ-साथ जिला सिरमौर में घटते जलस्तर वाले इलाकों में सुधार के लिए केंद्रीय भूमिगत जल बोर्ड के अधिकारियों व वैज्ञानिकों ने नाहन में जल शक्ति अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की.

बता दें कि कालाअंब क्षेत्र में हर साल 49 मिमि भूजल स्तर घट रहा है. यही कारण है कि इस क्षेत्र में भूजल स्तर में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास सरकार व संबंधित विभाग द्वारा किए जा रहे हैं. केंद्रीय नोडल अधिकारी भारत भूषण ने बताया कि एक जुलाई से 15 सितंबर तक जल शक्ति अभियान के तहत कालाअंब क्षेत्र में जल स्तर में भी वृद्वि के लिए वर्षा जल टैंक, चैक डैम, तालाबों का अधिक से अधिक निर्माण करने के अतिरिक्त यहां पौधारोपण व पारंपरिक जल स्त्रोतों की मरम्मत कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि पहली बार इस अभियान के तहत केंद्र व प्रदेश सरकार सहित जिला प्रशासन मिलकर काम कर रहे हैं.

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केंद्रीय भूमिगत जलबोर्ड के वैज्ञानिक विनोद शर्मा ने बताया कि भूमिगत जलस्तर को कम होने से रोकने के लिए रूपरेखा तैयार कर अधिकारियों को बताई जा रही है, ताकि गिरते जलस्तर को रोका जा सके. उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में जो पानी बह जाता है, वो जमीन के अंदर जाए, ताकि गर्मी के मौसम में पानी लोगों के काम आ सके. साथ ही बताया कि पानी किसान की सिंचाई के लिए काम आए, इसके लिए कई तरीके हैं. जिसके तहत सारा पानी जमीन में डाला जा सकता है.

बता दें कि पूरे देश में करीब 256 जिले व ब्लॉक चुने गए हैं, जिनमें पानी का स्तर घट रहा है. इसी से निपटने के लिए ये जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, ताकि पानी की बूंद-बूंद को बचाया जा सके.

Intro:-केंद्र व प्रदेश सरकार खतरे के निशाने में आ रहे क्षेत्रों के लिए मिलकर कर रही काम
-सिरमौर में औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब पर मेन फोक्स, यहां लगातार घट रहा जलस्तर 
नाहन। हरियाणा की सीमा के साथ सटे औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में जलस्तर रेड जोन में पहुंच चुका है, जहां जल संरक्षण की अत्यंत आवश्यकता है। कालाअंब के साथ-साथ जिला सिरमौर में घटते जल स्तर वाले इलाकों में सुधार के लिए केंद्रीय भूमिगत जल बोर्ड के अधिकारियों व वैज्ञानिकों ने नाहन में जल शक्ति अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। 


Body:दरअसल जिला में सबसे अधिक जलस्तर कालाअंब क्षेत्र में गिरता जा रहा है। यहां रेड जोन पर जलस्तर पहुंच चुका है। बता दें कि कालाअंब क्षेत्र में हर साल 49 मिमि भूजल स्तर घट रहा है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में भूजल स्तर में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास सरकार व संबंधित विभाग द्वारा किए जा रहे हैं। केंद्रीय टीम के अधिकारियों ने इस बाबत स्थानीय अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश जारी किए। 
केंद्रीय नोडल अधिकारी भारत भूषण ने बताया कि एक जुलाई से 15 सितंबर 2019 तक जल शक्ति अभियान के अंतर्गत कालाअंब क्षेत्र में जल स्तर में भी वृद्वि के लिए वर्षा जल टैंक, चैक डैम, तालाबों का अधिक से अधिक निर्माण करने के अतिरिक्त यहां पौधारोपण व पांरपरिक जल स्त्रोतों की मुरम्मत करवाई जाए। उन्होंने कहा कि पहली बार नई कोशिश की गई है कि इस अभियान के तहत केंद्र व प्रदेश सरकार सहित जिला प्रशासन मिलकर काम कर रहे हैं कि जहां पानी की कमी है, उसका ठीक किया जाए। 
बाइट 1: भारत भूषण, केंद्रीय नोडल अधिकारी 

उधर केंद्रीय भूमिगत जलबोर्ड के वैज्ञानिक विनोद शर्मा ने बताया कि भूमिगत जलस्तर को कम होने से रोकने के लिए रूपरेखा तैयार कर अधिकारियों को बताई जा रही है, ताकि गिरते जलस्तर को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि प्रयास यह भी किए जा रहे हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में जो पानी बह जाता है, वह जमीन के अंदर जाए, ताकि गर्मी के मौसम में यह लोगों के काम आ सके। किसान की सिंचाई के लिए काम आए। इसके लिए कई तरीके हैं, जिसके तहत यह सारा पानी जमीन में डाला जा सकता है। इन सभी विषयों पर अभियान के तहत काम किया जा रहा है। 
बाइट 2: विनोद शर्मा, वैज्ञानिक, केंद्रीय जलबोर्ड 



Conclusion:उल्लेखनीय है कि पूरे देश में करीब 256 जिले व ब्लाक चुने गए हैं, जिनमें पानी का स्तर घट रहा है। इसी से निपटने के लिए यह जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, ताकि पानी की बूंद-बूंद को बचाया जा सके। साथ ही समस्या से निपटने के लिए कारगर कदम भी उठाए जा रहे हैं। 
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