शिलाई/सिरमौरः उपमंडल शिलाई की पंचायत बाली कोटी सभी मापदंड पूरा होने पर भी अलग नहीं हो पाई है. इससे स्थानीय ग्रामीणों में रोष है और उन्होंने पंचायत को अलग करने की मांग उठाई है. पंचायत की वर्तमान जनसंख्या 4500 के करीब है जबकि करीब 2800 मतदाता हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाली कोटि पंचायत विकासखंड शिलाई की सबसे बड़ी पंचायत है. राजनीतिक उपेक्षा का दंश झेल रही यह पंचायत राजनेताओं की कठपुतली बन गई है. पंचायत वासियों का कहना है कि यहां आवाम के आवाज को दबा कर उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है.
बता दें कि पंचायत मुख्यालय वाली कोटी से राजस्व ग्राम बोबरी की दूरी 10 किलोमीटर है, जबकि पंचायत मुख्यालय से चामरा मोहराड की दूरी करीब 10 किलोमीटर है. भारतीय जनगणना 2011 के मुताबिक पंचायत की जनसंख्या 3,125 है.
वहीं, शिलाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि बाली कोटी से एक नहीं बल्कि 2 पंचायतें अलग होनी चाहिए. उनका कहना है कि इस बारे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी बात की गई है, लेकिन समस्या का हल नहीं हो पाया है. विधायक ने कहा कि पंचायत के लोगों से विचार-विमर्श कर माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर लोगों को उनका हक दिलाएंगे.
वहीं, स्थानीय खत्री राम पांडे, दयाराम, यशवंत शर्मा का कहना है कि उनका घर से पंचायत घर के लिए करीब 10 किलोमीटर दूर है और यदि कोई काम हो तो हमे दस किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. उन्होंने मांग की है कि उनकी पंचयात अलग किया जाए.
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