हिमाचल कर्ज के जाल से नहीं निकल पा रहा है. कारण ये है कि सरकार के पास संसाधन कम है, खर्च ज्यादा और वेतन-पेंशन का बड़ा बोझ. हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति (Himachal Pradesh economic condition) ऐसी नहीं है कि राज्य अपने बूते विकास के लिए संसाधन जुटा सके. हिमाचल की सरकारें केंद्रीय मदद और एक्सटर्नल एडेड प्रोडक्ट्स पर ही अधिकांश रूप से निर्भर करती हैं. हिमाचल पर इस समय 65 हजार करोड़ के करीब कर्ज (Debt on Himachal government) है. यह निरंतर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दस साल या उससे पहले ही ये कर्ज एक लाख करोड़ रुपये पार हो जाएगा.
राष्ट्रपति चुनाव 2022 (presidential election 2022) को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं. वहीं, राष्ट्रपति चुनावों से ठीक पहले एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA presidential candidate Draupadi Murmu) ने सोलन के बद्दी में हिमाचल के भाजपा विधायकों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने हिमाचल भाजपा विधायकों के साथ संवाद भी किया. साथ ही उन्होंने कहा कि उनका अब तक सफर चुनौती भरा रहा है. भाजपा विधायकों का धन्यवाद करते हुए उन्होंने उम्मीदों पर खरा उतरने का विश्वास भी दिलाया.
हिमाचल सरकार के खजाने को राहत, जीएसटी कलेक्शन से जुटाए 1385 करोड़
हिमाचल प्रदेश में इस साल वित्त वर्ष की पहली तिमाही में स्टेट गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी स्टेट जीएसटी में 67 फीसदी की बढ़ोतरी (67 percent increase in gst collection in himachal) दर्ज की गई है. आबकारी विभाग के अनुसार जून, 2021 में 235 करोड़ रुपये जीएसटी जुटाया गया था. वहीं, इस साल जून, 2022 में जीएसटी संग्रहण 372 करोड़ रुपये (GST collection increased) रहा है.
शुक्रवार को एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू बद्दी पहुंची. जिसमें उन्होंने हिमाचल भाजपा विधायकों के साथ बैठक में हिस्सा लिया. बैठक की अध्यक्षता सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की. उन्होंने कहा कि हिमाचल में 68 विधानसभा सीटें हैं. जिसमें से 43 भाजपा के विधायक हैं. वहीं, 2 निर्दलीय विधायक भी अब भाजपा में आ चुके हैं. ऐसे में अब भाजपा के 45 विधायक हो चुके हैं, लेकिन इन दिनों एक भाजपा के विधायक पार्टी से अलग हटकर चल रहे हैं.
लाहौल के लोगों के लिए एफआरए एक्ट बहाल करेगी कांग्रेस, भाजपा सरकार चंद दिनों की मेहमान: प्रतिभा सिंह
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में अभी भले ही कुछ महीने बचे हैं, लेकिन प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लगातार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में इन दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंहलाहौल स्पीति के दौरे पर (Pratibha Singh Attacks on Jairam Government) हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही कांग्रेस एफआरए एक्ट को फिर से बहाल करेगी. इसके अलावा प्रतिभा सिंह ने प्रदेश की जयराम सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.
सतपाल सत्ती के विवादित बोल: CM को दिखाए काले झंडे तो जमीन में गाड़ दूंगा, बुला लेना मुकेश को
ऊना में वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को काले झंडे दिखाने (Black Flags to CM Jairam Convoy) के दौरान भाजयुमो और युवा कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. जिसके बाद हिमाचल वित्त आयोग अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कहा कि अगर उन्होंने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाए, तो वह उन्हें जमीन में गाड़ देंगे.
सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान पलकराम कश्यप (Palakram Kashyap PC in Solan) ने कहा कि वे काफी समय से सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे हैं. ऐसे में चुनावी मैदान में वे उतरना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उनका कांग्रेस पार्टी में किसी के साथ भी विरोध नहीं है, लेकिन जिस तरह से उनके क्षेत्र को नजरअंदाज किया गया उसको देखते हुए अब वे राजनीति में आना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यदि मुझे पार्टी टिकट नहीं देती है तो मेरी बहू पर विश्वास जताया जाए, ताकि सोलन सदर सीट से कांग्रेस का एक पढ़ा लिखा व युवा उम्मीदवार मिल सके.
अब शिंकुला होकर कारगिल पहुंचेंगे सेना के वाहन, करीब 10 घंटे समय की होगी बचत
अब शिंकुला से ही सेना के वाहन दर्रे होते हुए कारगिल पहुंचेंगे. इसके साथ ही मनाली-लेह-कारगिल मार्ग (Manali Leh Kargil Road) की तुलना में अब करीब 10 घंटे की बचत होगी. परियोजना के मुख्य अभियंता जितेंद्र प्रसाद ने शुक्रवार को मार्ग का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि शिंकुला होकर सेना को कारगिल तक पहुंचने में अब लगभग 200 किलोमीटर कम सफर करना पड़ेगा.
जयराम के ड्रीम प्रोजेक्ट में देरी: मंडी ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के लिए नहीं हो पाया जमीन का अधिग्रहण
सीएम जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट (Jairam Thakur Dream Project) कब धरातल पर उतरेगा. यह प्रश्न अभी जनता के सामने बना हुआ है. 500 बीघा जमीन सरकारी और 35 बीघा जमीन का अधिग्रहण होना है, लेकिन अभी तक जमीन की डिमार्केशन (Daley in Mandi Green field Airport Project) तक नहीं हो पाई. वहीं, कांग्रेस ने भी डबल इंजन की सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के तहत युवाओं की भर्ती की जाएगी. मंडी, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले के युवा 5 जुलाई से 3 अगस्त तक आवेदन कर सकेंगे. सेना भर्ती कार्यालय निदेशक ने (Himachal Pradesh Army Rally Bharti 2022) बताया कि भारतीय सेना की इन भर्ती रैलियों में भाग लेने वाले उम्मीदवारों को भारतीय सेना की विभागीय वेबसाइट ज्वाइन इंडियन आर्मी डॉट एनआईसी डॉटआइएन पर पंजीकरण करना अनिवार्य है. पंजीकरण की प्रक्रिया 5 जुलाई से 3 अगस्त, 2022 तक जारी रहेगी.
केंद्र सरकार के आदेशों के बाद हिमाचल प्रदेश (single use plastic ban in Himachal) में भी सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि सरकार के आदेशों के बाद 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसे लेकर व्यापार मंडल के साथ पहले भी कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसके अलावा व्यापारियों को नोटिस देकर भी सिंगल यूज प्लास्टिक को डिस्पोज करने के आदेश जारी किए गए थे.
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