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15 दिन बाद भी नहीं खुला NH-707, मंडियों तक ना पहुंचने से किसानों की फसलें हो रही बर्बाद - शिलाई क्षेत्र के किसानों

सिरमौर जिले में कच्ची ढांग के पास लैंडस्लाइड होने से नेशनल हाईवे-707 पर आवाजाही ठप हुए पंद्रह दिन बीत चुके हैं. हाईवे बंद होने से किसानों को भी भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.

sirmour Farmers suffering
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Published : Oct 20, 2019, 5:40 PM IST

पांवटा साहिबः सिरमौर जिले में कच्ची ढांग के पास लैंडस्लाइड होने से नेशनल हाईवे-707 पर आवाजाही ठप हुए पंद्रह दिन बीत चुके हैं. इससे स्थानीय लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं. हाईवे बंद होने से किसानों को भी भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.

शिलाई क्षेत्र के किसानों का कहना है कि वे तैयार हुई फसलों को मंडी नहीं ले जा पा रहे, जिससे तैयार फसलें खेतों में पड़ी खराब हो रही हैं. किसानों ने बताया कि अदरक, टमाटर, मटर, खीरा आदि की फसलें इन दिनों तैयार हैं, लेकिन हाईवे के बंद होने से उनकी मेहनत पर पानी फिर रहा और वो उन्हें मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे.

ऐसे में स्थानीय किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. किसानों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग करते हुए कहा कि नेशनल हाईवे को बहाल करने के काम में तेजी लाई जानी चाहिए, ताकि स्थानीय लोगों को राहत मिल सके. लोगों का कहना है कि ये सरकार की सुस्ती का ही नतीजा है कि पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी हाईवे को बहाल नहीं करवाया जा सका.

वीडियो.

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा तैयार किया गय वैकल्पिक मार्ग पर भी भारी परेशानियां पेश आ रही हैं. हाइवे बंद होने से लोग ट्रैक्टर और जेसीबी की मदद से जान जोखिम में डाल कर सफर कर रहे हैं. लोगों ने कहा कि प्रशासन के सुस्त रवैया से ग्रामीणों को मुशिकलों से दो-चार होना पड़ रहा है, लेकिन अगर प्रशासन ने इसका कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया तो लोग धरना-प्रदर्शन करेंगे.

ये भी पढ़ें- आचार संहिता के दौरान अब तक 17.73 लाख की नकदी व शराब जब्त, उपचुनाव को लेकर हुईं इतनी शिकायतें

पांवटा साहिबः सिरमौर जिले में कच्ची ढांग के पास लैंडस्लाइड होने से नेशनल हाईवे-707 पर आवाजाही ठप हुए पंद्रह दिन बीत चुके हैं. इससे स्थानीय लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं. हाईवे बंद होने से किसानों को भी भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.

शिलाई क्षेत्र के किसानों का कहना है कि वे तैयार हुई फसलों को मंडी नहीं ले जा पा रहे, जिससे तैयार फसलें खेतों में पड़ी खराब हो रही हैं. किसानों ने बताया कि अदरक, टमाटर, मटर, खीरा आदि की फसलें इन दिनों तैयार हैं, लेकिन हाईवे के बंद होने से उनकी मेहनत पर पानी फिर रहा और वो उन्हें मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे.

ऐसे में स्थानीय किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. किसानों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग करते हुए कहा कि नेशनल हाईवे को बहाल करने के काम में तेजी लाई जानी चाहिए, ताकि स्थानीय लोगों को राहत मिल सके. लोगों का कहना है कि ये सरकार की सुस्ती का ही नतीजा है कि पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी हाईवे को बहाल नहीं करवाया जा सका.

वीडियो.

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा तैयार किया गय वैकल्पिक मार्ग पर भी भारी परेशानियां पेश आ रही हैं. हाइवे बंद होने से लोग ट्रैक्टर और जेसीबी की मदद से जान जोखिम में डाल कर सफर कर रहे हैं. लोगों ने कहा कि प्रशासन के सुस्त रवैया से ग्रामीणों को मुशिकलों से दो-चार होना पड़ रहा है, लेकिन अगर प्रशासन ने इसका कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया तो लोग धरना-प्रदर्शन करेंगे.

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Intro:
जय राम जी जरा हमारी और भी देखो
कोमा में जा चुका है पूरा शिलाइ विधानसभा क्षेत्र
दिन-रात कड़ी मेहनत अपनी फसलों को तैयार करने के लिए की और अब बर्बाद होने की कगार पर है
नहीं हुआ समाधान तो उतरेंगे सड़कों पर शिलाई के जनताBody:
केंद्र में मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के दावे कर रही है ताकि किसान खेतों में अधिक मात्रा में फसलें उगाई अगर उगी हुई फसलें ही खराब होने लगे और प्रशासन का कोई पुख्ता इंतजाम ना हो तो वह किसान क्या करेंगे 15 दिनों से पूरा शिलाई क्षेत्र कोमा में जा चुका है किसानों के हौसले बिल्कुल टूट चुके हैं

शिलाई के किसान अब परेशान हो चुके हैं पिछले 15 दिनों नेशनल हाईवे 707 कच्ची ढांग के पास लैंडस्लाइड होने से आवाजाही बंद हो गई है किसानों द्वारा तैयार हुई फसल अदरक टमाटर खीरा मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहा है ऐसे में किसानों को काफी नुकसान हो रहा है किसानों ने प्रदेश के मुखिया सीएम जयराम ठाकुर से आग्रह भी किया है कि नेशनल हाईवे सड़क को जल्द बहाल किया जाए

15 दिन में कितने घंटे कितने मिनट लोगों ने कैसे गुजारे है ट्रैक्टर के माध्यम जेसीबी में उठाकर नदी पार करने को मजबूर से ग्रामीण अपने छोटे से आशियाना तक पहुंचने के लिए जान की बाजी कुर्बान करने को मजबूर हो रहे थे प्रशासन और स्थानीय लोगों ने भी कल पिक मार्ग तो तैयार किया लेकिन 45 डिग्री के कोण के समान था जिसमें थोड़े से फिसलने पर सीधा मौत को दावत देने के बराबर था लेकिन प्रदेश के मुखिया और जिले के अधिकारी कोई भी सख्त कार्यवाही नहीं कर रहे थे प्रशासन के सुस्त रवैया से ग्रामीणों को अब दो चार होना पड़ रहा है लेकिन अगर प्रशासन ने इसका कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया तो लोग सड़कों पर भी उतरेंगे

बाइट इंदर सिंह राणा

जय राम जी हमारी और भी देखो हमारी लाखों करोड़ों की तैयार की गई फसलें बर्बाद होने के कगार पर है क्यों हमारी समस्याएं अनदेखी कर रहे हो आप सभी इलेक्शन के पर व्यस्त होने के कारण यहां के किसानों की दिन-रात कड़ी मेहनत करके तैयार की गई फसलें बर्बाद हो रही है फसलें सब्जी मंडी तक पहुंचाने के लिए गाड़ियों को डबल रीड देना पड़ रहा है 80 वर्षीय बुद्धि जीवने प्रदेश के मुखिया से हाथ जोड़कर आग्रह किया है कि इस विकराल समस्या का जीवन आधार किया जाए ताकि किसानों को थोड़ी राहत मिल सके

बाइट 80 वर्षीय बुजुर्गConclusion:
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