नाहनः जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन के ऐतिहासिक चौगान मैदान में साल 2019 की 25 नवंबर को काटे गए एक हरे पेड़ के मामले में पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज किया है. शहर के एक्टिविस्ट सुधीर रमौल इस मामले में पिछले लंबे समय से जिला प्रशासन से पत्राचार कर रहे थे.
दरअसल मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन में दी गई शिकायत के बाद पुलिस ने नगर परिषद के फारेस्ट गार्ड के खिलाफ मामला दर्ज किया है. हालांकि पुलिस की जांच के बाद साफ होगा कि क्या फारेस्ट गार्ड के कहने पर पेड़ को धराशायी किया किया गया था या फिर नगर परिषद के अधिकारियों का भी इसमें हाथ था. बहरहाल, नगर के वन कर्मी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है.
एक्टिविस्ट सुधीर रमौल ने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद जब बात नहीं बनी तो उन्होंने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद नाहन पुलिस थाना में नगर परिषद के फारेस्ट गार्ड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
सुधीर रमौल ने मांग करते हुए कहा कि मामले की जल्द से जल्द जांच कर इसमें कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए. फिर चाहे वह अधिकारी के कहने से हुआ है या फिर कर्मचारी. किसी को बख्शा नहीं जाए.
बता दें कि जिला प्रशासन ने नगर परिषद को पेड़ की टहनियां काटने की अनुमति जारी की थी, जबकि परिषद के कर्मियों ने पूरा पेड़ काट डाला. इस पर सुधीर रमौल निवासी नाहन ने पेड़ कटान के समय वीडियो भी बनाई. इसे भी पुलिस को सौंपा गया है.
जिला प्रशासन ने भी इस मामले में कार्रवाई के आदेश दिए थे, लेकिन डीसी के आदेशों की भी अवहेलना की गई. लिहाजा सुधीर रमौल को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन की शरण लेनी पड़ी. इसके बाद इस मामले में सदर थाना नाहन में मामला दर्ज किया गया. मामला दर्ज होने की पुष्टि एसपी सिरमौर अजय कृष्ण शर्मा ने की है.
गौरतलब है कि दशमेश अस्थान गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से नगर परिषद नाहन के कार्यकारी अधिकारी को चौगान मैदान स्थित एक पेड़ की टहनियों की प्रूनिंग के लिए आवेदन किया था. कार्यकारी अधिकारी ने निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट बनाकर अतिरिक्त दंडाधिकारी जिला सिरमौर को प्रेषित किया. अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी द्वारा उक्त पेड़ की टहनियों को काटने की परमिशन नगर परिषद को दी गई.
25 नवंबर 2019 को नगर परिषद नाहन के अधिकारी की अगुवाई में कर्मियों ने पेड़ में रस्से डालकर जड़ से कटवा दिया. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर सुधीर अड़े थे. इसको लेकर उन्होंने आरटीआई का भी सहारा लिया, लेकिन आरटीआई का जवाब भी संतुष्टी भरा नहीं था. अब पुलिस मामले की जांच करेगी.
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