पांवटा साहिबः निर्वाचन क्षेत्र पांवटा साहिब के तहत आने वाले बांगरण पुल पर हर समय एक बड़े हादसे का खतरा मंडरा रहा है. पुल के दोनों ओर बोर्ड भी लगाए गए हैं कि पुल की वजन उठाने की क्षमता केवल 9 टन है, बावजूद इसके पुल से 20 से 30 टन के भारी वाहन गुजर रहे हैं.
वहीं, स्थानीय लोगों की ओर से यह मुद्दे को कई बार प्रशासन के ध्यान में लाया गया है, लेकिन प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है. बता दें कि गिरिपार क्षेत्र और उत्तराखंड को जोड़ने वाला यह एकमात्र पुल है, जिसकी दशा दयनीय स्थिति में आ चुकी हैं.
प्रशासन से मिला सिर्फ आश्वासन
वहीं, स्थानीय लोगों की ओर से इस मुद्दे को कई बार प्रशासन के ध्यान में लाया गया है, हाल ही में एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल फोर्स के अध्यक्ष नाथूराम और गिरिपार जन विकास मंच के अध्यक्ष रणदीप पुंडीर ने मिडिया के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया गया. इसके अलावा जनमंच में भी इस मुद्दे को लोगों की ओर से जोर-शोर से उठाया गया था, लेकिन आश्वासन के अलावा ग्रामीणों को कुछ नहीं मिल रहा है.
जल्द शुरू होगा मरम्मत कार्य
वहीं, स्थानीय विधायक ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने बताया कि बांगन पुल की मरम्मत का कार्य जल्द शुरू करवाया जाएगा. इसके अलावा नए पुल की डीपीआर तैयार हो गई है.
14 गांव को मिलेगी सुविधा
उन्होंने कहा कि नई योजना में समय लगता है, लेकिन जल्द इसका भी टेंडर शुरू करवाया जाएगा. ताकि गिरी पार के 14 गांव उत्तराखंड के आसपास के लोगों को सुविधाएं मिल सके.
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