पावंटा साहिब: यमुना नदी में हर रोज सैकड़ों की तादात में डुबकी लगाने के लिए पर्यटक व श्रद्धालु आते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं.
प्रशासन की लापरवाही के चलते 10 सालों से अब तक 50 युवकों की डूबने से मौत हो चुकी है. यमुना में डूबे लोगों का ताजा मामला कुछ दिन पहले भी सामने आया था, लेकिन प्रशासन ने इससे भी सबक नहीं सीखा. ऐसे में लोगों ने मांग की है कि यमुना घाट पर चेतावनी बोर्ड के साथ सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं, ताकि यहां बड़े हादसे दोबारा ना हो सके.
बता दें कि यमुना घाट में रोजाना पर्यटक वा स्थानीय लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. बाहरी राज्यों से यहां पहुंचने वाले पर्यटक यमुना नदी गहराई से बेखबर होते हैं, क्योंकि तट पर किसी भी तरह की चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए हैं. ऐसे में लोग हादसों का शिकार होते हैं.