नाहन: हिमाचल के सपूत शहीद प्रशांत सिंह ठाकुर (martyr Prashant Singh Thakur) को मरणोपरांत सेना मेडल से अलंकृत करने पर शहीद के परिजनों ने सेना का आभार व्यक्त किया है. उत्तर प्रदेश के बरेली में आयोजित एक सम्मान समारोह में शहीद प्रशांत ठाकुर की माता रेखा देवी ने यह मेडल प्राप्त किया.
माता रेखा देवी ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जांबाज बेटा की शहादत को याद करते हुए कहा कि शहीद प्रशांत न केवल उनका बेटा था, बल्कि पूरे देश का बेटा (nahan martyr Prashant Singh Thakur) था. ऐसे सपूत को जन्म देने के लिए वह खुद को गौरवान्वित महसूस करती हैं.
शहीद प्रशांत सिंह ठाकुर के बड़े भाई विशाल ठाकुर भी अपने छोटे भाई की शहादत पर गर्व महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि बेशक आज उनका भाई इस दुनिया में नहीं है, लेकिन देश के प्रति अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले भाई प्रशांत की बहादुरी पर हमेशा गर्व रहेगा. मरणोपरांत उनके भाई शहीद प्रशांत को सेना मेडल देने पर उन्होंने भी सेना का आभार व्यक्त किया.
वहीं, शहीद प्रशांत ठाकुर को सेना मेडल मिलने से क्षेत्रवासी भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे (martyr Prashant Singh Thakur) हैं. स्थानीय निवासी पंकज ठाकुर ने कहा कि शहीद प्रशांत ठाकुर की शहादत पर क्षेत्रवासियों को भी गर्व है. साथ ही वह सरकार सहित सेना का भी आभार व्यक्त करते हैं कि मरणोपरांत प्रशांत ठाकुर की वीरता को देखते हुए उन्हें सेना मेडल दिया गया है.
बता दें, महज 24 साल की उम्र में प्रशांत ठाकुर बारामूला में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान गोली लगने के कारण शहीद हो गए थे. प्रशांत ठाकुर महज 18 साल की उम्र में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. शहीद जवान प्रशांत ठाकुर भारतीय सेना के 18-ग्रेनेडियर रेजिमेंट के तहत 29 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे.
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