नाहन: कोरोना महामारी के चलते पिछले 2 वर्षों से स्कूलों में अधिकतर ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई करवाई जा रही है. कोरोना की तीसरी लहर के बीच एक बार फिर हिमाचल में सभी शिक्षण संस्थानों को आगामी आदेशों तक बंद कर (Educational institutions closed in Himachal) दिया गया है और बच्चों की ऑनलाइन (online study in himachal) पढ़ाई ही हो रही है.
ऑनलाइन पढ़ाई के बीच कई बाधाएं भी सामने आईं है. कई जगह इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो कहीं कुछ परिवार ऐसे हैं जो मोबाइल फोन लेने में असमर्थ हैं. अभिभावकों और छात्रों की इसी समस्या के समाधान के लिए हिमाचल सरकार द्वारा 'डिजिटल साथी- बच्चों का सहारा फोन हमारा' कार्यक्रम चलाया गया है. लिहाजा इस कार्यक्रम में सामाजिक संस्थाएं भी शामिल (smart phone scheme in himachal) होने लगीं हैं और संस्थाओं द्वारा स्मार्ट फोन दान किए जा रहे हैं ताकि हर बच्चे तक शिक्षा का प्रकाश पहुंच सके.
इसी के तहत जिले में भी आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने 75 स्मार्टफोन डाइट नाहन को दान किए ताकि ये फोन पात्र बच्चों तक पहुंच सकें. वहीं, जब पात्र बच्चों को मोबाइल फोन दिए गए तो वह भी काफी उत्साहित दिखाई दिए और उन्होंने भी उम्मीद जताई कि अब (himachal art of living sanstha) उनकी पढ़ाई ठीक ढंग से हो सकेगी.
डाइट संस्थान के प्रधानाचार्य ऋषिपाल शर्मा ने बताया कि सरकार ने 'डिजिटल साथी- बच्चों का सहारा फोन हमारा' कार्यक्रम शुरू किया है. जिसके तहत पात्र चयनित बच्चों को स्मार्टफोन दिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने 75 स्मार्ट फोन भेंट किए हैं जोकि पात्र बच्चों को दिए जाएंगे. प्रधानाचार्य ऋषिपाल शर्मा ने अन्य लोगों व सामाजिक संस्थाओं से भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर जरूरतमंद बच्चों की मदद करने की अपील की है. साथ ही आर्ट ऑफ लिविंग संस्था का आभार भी व्यक्त किया है.
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