पांवटा साहिबः पूर्व विधायक और ऊर्जा मंत्री में जुबानी जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है. पिछले दिनों ऊर्जा मंत्री ने पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग को खुली चुनौती दी थी.
वहीं, शनिवार को पूर्व विधायक किरनेश जंग ने चौधरी सुखराम पर जुबानी हमला बोलते हुए पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वह कई बार चौधरी सुखराम को सामने आने के लिए बोल चुके हैं, लेकिन ऊर्जा मंत्री चौधरी सुखराम सामने नहीं आए. उन्होंने कहा कि सुखराम चौधरी कांग्रेस की ओर से किए गए कामों का श्रेय ले रहे हैं. साथ ही लोगों को विकास के नाम पर गुमराह कर रहे हैं.
वहीं, चौधरी सुखराम ने कहा था कि पूर्व विधायक किरनेश जंग के कार्यकाल में पांवटा साहिब का विकास पिछड़ा है और चौधरी किरनेश जंग ने कोई भी विकास का कार्य नहीं किया. इसी बात पर चौधरी किरनेश जंग ने ऊर्जा मंत्री चौधरी सुखराम पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वह उनकी चुनौती स्वीकार करते हैं.
किरनेश जंग ने कहा कि जिस कार्य का श्रेय वह ले रहे हैं, वह सब कांग्रेस सरकार कि ओर से किए गए हैं, ढाई सौ करोड़ की यमुना तटीकरण की डीपीआर कांग्रेस की ओर से भेजी गई थी, जिसका पैसा अब केंद्र सरकार ने सेंक्शन किया है.
उत्तराखंड व हिमाचल की सीमा पर बनने वाले 50 करोड़ के पुल की डीपीआर भी उन्हीं के द्वारा बनाई गई थी, जिसका 42 करोड़ के करीब उत्तराखंड सरकार निर्माण कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि सुखराम को इस बारे में अगर जानकारी थी तो वह इस निर्माण कार्य को हिमाचल के ठेकेदारों के हिस्से से भी करवा सकते थे, लेकिन सुखराम सिर्फ हवा में ही बातें कर रहे हैं.
किरनेश जंग ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने तहसील बिल्डिंग, थाना बिल्डिंग और पांवटा साहिब की जनता के लिए यमुना पथ का निर्माण करवाया है.
वहीं, चौधरी सुखराम को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व विधायक किरनेश जंग ने कहा कि चौधरी सुखराम को पता था कि वह करोना पॉजिटिव हैं, इसके बावजूद भी वह कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने के लिए शिमला गए. उसके बाद वह अभिवादन के लिए जनता के बीच आए, जिससे कि पांवटा साहिब में करोना महामारी फैली.