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नाहन में दमकल विभाग ने किया प्राकृतिक जल के प्रयोग का सफल परीक्षण, अग्निकांड में होगा सहायक

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Published : Jul 12, 2020, 10:13 AM IST

Updated : Jul 12, 2020, 10:42 AM IST

नाहन के समीप औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में काफी संख्या में उद्योग भी हैं, जहां पर अक्सर आगजनी के मामले सामने आते हैं. ऐसे में अग्निशमन विभाग ने पानी के संकटकाल में अन्य विकल्प को लेकर नाहन के ऐतिहासिक कालीस्थान तालाब से पानी को विशेष रूप से फिल्टर करके एक प्रयोग किया है.

natural water in Nahan
प्राकृतिक जल का सफल परीक्षण

नाहन: जिला मुख्यालय नाहन में अग्निशमन केंद्र नाहन ने प्राकृतिक जल के प्रयोग का सफल परीक्षण किया. इसका उद्देश्य पेयजल संकट के समय आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने में किसी तरह की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.

दरअसल आगजनी की घटनाओं से जंगलों को हर साल भारी मात्रा में नुकसान पहुंचता है और बड़ी मात्रा में वन संपदा नष्ट हो जाती है. वहीं, नाहन के समीप औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में काफी संख्या में उद्योग भी हैं, जहां पर अक्सर आगजनी के मामले सामने आते हैं.

ऐसे में अग्निशमन विभाग ने पानी के संकटकाल में अन्य विकल्प को लेकर नाहन के ऐतिहासिक कालीस्थान तालाब से पानी को विशेष रूप से फिल्टर करके एक प्रयोग किया है. यदि प्राकृतिक स्त्रोतों से पानी लेना हो या शहर में किसी कारणवश जलापूर्ति न हो, तो ऐसी विकट परिस्थितियों में प्राकृतिक जल स्त्रोतों से तुरंत पानी की व्यवस्था को सुनिश्चित बनाया जा सके.

वीडियो

अग्निशमन केंद्र नाहन के सहायक अग्निशमन अधिकारी पीएस सेन ने बताया कि संकट काल में आग पर काबू पाने के लिए तालाबों का जल भी प्रयोग किया जा सकता है. इसी को लेकर आज एक अभ्यास नाहन के कालीस्थान तालाब में किया गया जिसके बेहतर परिणाम आए हैं और भविष्य में इस तालाब का जल भी विभाग आग बुझाने में कर सकेगा. बता दें कि कालीस्थान तालाब ठीक अग्निशमन केंद्र नाहन के सामने हैं और आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए पानी के संकट के दौरान विभाग इसके पानी को प्रयोग में ला सकता है. इसी के तहत फायर ब्रिगेड ने यह सफल परीक्षण किया.

ये भी पढ़ें: सिरमौर में 4 नेशनल हाइवे की निगरानी करेगा NH अथाॅरिटी, फील्ड स्टाफ की छुट्टियां भी रद्द

नाहन: जिला मुख्यालय नाहन में अग्निशमन केंद्र नाहन ने प्राकृतिक जल के प्रयोग का सफल परीक्षण किया. इसका उद्देश्य पेयजल संकट के समय आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने में किसी तरह की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.

दरअसल आगजनी की घटनाओं से जंगलों को हर साल भारी मात्रा में नुकसान पहुंचता है और बड़ी मात्रा में वन संपदा नष्ट हो जाती है. वहीं, नाहन के समीप औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में काफी संख्या में उद्योग भी हैं, जहां पर अक्सर आगजनी के मामले सामने आते हैं.

ऐसे में अग्निशमन विभाग ने पानी के संकटकाल में अन्य विकल्प को लेकर नाहन के ऐतिहासिक कालीस्थान तालाब से पानी को विशेष रूप से फिल्टर करके एक प्रयोग किया है. यदि प्राकृतिक स्त्रोतों से पानी लेना हो या शहर में किसी कारणवश जलापूर्ति न हो, तो ऐसी विकट परिस्थितियों में प्राकृतिक जल स्त्रोतों से तुरंत पानी की व्यवस्था को सुनिश्चित बनाया जा सके.

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अग्निशमन केंद्र नाहन के सहायक अग्निशमन अधिकारी पीएस सेन ने बताया कि संकट काल में आग पर काबू पाने के लिए तालाबों का जल भी प्रयोग किया जा सकता है. इसी को लेकर आज एक अभ्यास नाहन के कालीस्थान तालाब में किया गया जिसके बेहतर परिणाम आए हैं और भविष्य में इस तालाब का जल भी विभाग आग बुझाने में कर सकेगा. बता दें कि कालीस्थान तालाब ठीक अग्निशमन केंद्र नाहन के सामने हैं और आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए पानी के संकट के दौरान विभाग इसके पानी को प्रयोग में ला सकता है. इसी के तहत फायर ब्रिगेड ने यह सफल परीक्षण किया.

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Last Updated : Jul 12, 2020, 10:42 AM IST
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