नाहन: जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग (district language and culture department) द्वारा आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय लोक नृत्य व वाद्य दल प्रतियोगिता के विजेता सांस्कृतिक दल अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिला सिरमौर का प्रतिनिधित्व करेंगे. जिला स्तर पर करीब 30 सांस्कृतिक दलों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.
दरअसल दो दिनों तक चली इस प्रतियोगिता का शुक्रवार देर शाम डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम (dc sirmaur ram kumar gautam) ने समापन किया. इस दौरान वाद्य दल प्रतियोगिता में शिव शक्ति लोक वाद्यदल पालू ने प्रथम, शिरगुल महाराज वाद्यदल गत्ताधार ने द्वितीय व शिरगुल वाद्य दल अंधेरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. वहीं, लोकनृत्य दल प्रतियोगिता में आसरा संस्था जालग, बुड़ाह लोक नृत्य सैंज व बुड़ाह लोक नृत्य दल उंचा टिक्कर क्रमशः पहला, दूसरा व तीसरा स्थान झटकने में कामयाब रहे. इन सभी को डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने पुरस्कृत किया.
इस दौरान डीसी सिरमौर ने भाषा एवं संस्कृति विभाग के ओर से पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित किए प्रसिद्ध साहित्यकार विद्यानंद सरैक (padmashree vidyanand saraik) को लोईया व डांगरा देकर सम्मानित किया. इस मौके पर डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा कि हिमाचल संस्कृति एक समृद्ध संस्कृति के रूप में जानी जाती है, जिसमें जिला सिरमौर की लोक संस्कृति लोक गीत व नृत्य एवं वाद्य यंत्र एक अलग पहचान रखते हैं. इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन से हमारी प्राचीन संस्कृति व अनेकों सांस्कृतिक विधाओं का संरक्षण होता है.
डीसी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग समय-समय पर नियमित रूप से इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, ताकि युवा पीढ़ी हमारी संस्कृति से रूबरू हो सके. एसडीएफए हॉल नाहन में आयोजित हुए इस कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रथम स्थान हासिल करने वाले लोकनृत्य दल आसरा संस्था जालग के कलाकारों ने मुख्यातिथि की मौजूदगी में भी अपनी शानदार प्रस्तुति दी, जिसकी दर्शकों ने खूब सराहना की.
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