नाहन: जिला सिरमौर को स्वच्छ बनाने के अपने लक्ष्य की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए जिला प्रशासन ने 14 मार्च को स्वच्छ मारकंडा अभियान की शुरुआत करेगी. इस अभियान में 7 पंचायतों के लगभग 2 हजार लोग व विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल होकर मारकंडा नदी की सफाई करेंगे.
दरअसल हिमाचल प्रदेश की 7 प्रदूषित नदियों में मारकंडा नदी भी शामिल है. लिहाजा इस नदी को प्रदूषण मुक्त करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है. इस नदी में प्रदूषण का मुख्य कारण घरों से निकला कचरा व सीवरेज वेस्ट है. प्रशासन की मानें तो इस अभियान के बाद अगर कोई नदी में प्रदूषण फैलाता पाया गया, तो उसका चालान किया जाएगा.
उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने बताया कि इस अभियान के दौरान दो टीमें जिनमें एक टीम उनके नेतृत्व में बोहलियों पंचायत से व दूसरी टीम अतिरिक्त उपायुक्त के नेतृत्व में कालाअंब पंचायत से शुरुआत करेगी. सभी सफाई करते-करते विक्रम बाग पंचायत में एकत्रित होंगे. इसके अलावा पांच टीमें अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में बाकी पंचायतों में सफाई अभियान चलाएंगी. उपायुक्त ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना और प्रदूषण के मूल कारणों का पता लगाना है.
ये भी पढ़ें: विधानसभा में गूंजा आउटसोर्स कर्मियों का मुद्दा, विपक्ष ने किया वॉकआउट