मंडीः समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ रही हिंसा की घटनाओं की रोकथाम के लिए कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम हो रहे हैं. इसी कड़ी में राजकीय वल्लभ कॉलेज मंडी में जेंडर सेंसटाइजेशन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्याशाला में पूर्व प्रोफेसर अचला जम्वाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. उन्होंने विद्यार्थियों को जेंडर सेंसटाइजेशन के बारे में बताया. प्रोफेसर जंबाल ने कहा कि महिला और पुरूष दोनों एक समान इंसान है और भारतीय संविधान भी महिला और पुरुष बराबर मानता है.
प्रोफेसर ने कहा कि समाज में महिला और पुरूष वर्ग दोनों को ही समानता का अधिकार प्राप्त है. महिला पुरूष दोनों का समान सम्मान हो इसके लिए लोगों में जागरूकता लाना जरुरी है. उस सोच के प्रति लड़ाई लड़ने की जरुरत है जो महिला को इंसान से कम आंकती है.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम युवा छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किए जाने चाहिए, ताकि लिंगभेद को खत्म किया जा सके. वहीं, कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. चमन प्रेमी ने बताया कि इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को टिप्स दिए गए कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरूद्ध किस तरह समाज को जागरूक किया जा सके.
डॉ. चमन ने बताय कि समाज में संवेदनशीलता किस तरह से लाई जाए पर मुख्य तौर पर चर्चा हुई. नारी सशक्तिकरण, नारी का शिक्षित होने के साथ आर्थिक, सामाजिक रूप से समान होना बेहद महत्वपूर्ण है. साथ ही महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों पर रोकथाम के लिए बराबरी की सोच सभी में लाना जरूरी है.
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