मंडी: हिमाचल के जंगलों में कई ऐसे फल-फूल और जड़ी-बूटियां मौजूद हैं, जो अपने विशिष्ट गुणों के कारण कई बीमारियों व हमारे सौंदर्य के लिए रामबाण का काम करते हैं. ऐसे ही एक फूल मंडी जिला में भी पाया जाता है. इस फूल का नाम बुरांश (Workshop on Buransh flower in mandi) है, जिससे अब महिलाएं जल्द ही साबुन और शैंपू बनाएंगी. शुक्रवार को जोगिंदर नगर के विभिन्न वार्डों के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को किसान भवन में बुरांश के फूलों से विभिन्न उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया.
हरियाणा से आए ट्रेनर ने महिलाओं को वर्कशॉप में यह प्रशिक्षण दिया. इस मौके पर जोगिंदर नगर एसडीएम (Joginder Nagar SDM) डॉक्टर मेजर विशाल शर्मा भी विशेष रूप से मौजूद रहे. वर्कशॉप में ट्रेनर धर्मवीर ने बुरांश के फूलों से साबुन, शैंपू, फेस पैक, फेस वॉश, जूस इत्यादि उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण महिलाओं को दिया. इस मौके पर ट्रेनर धर्मवीर ने बताया कि बुरांश के फूल अत्यधिक लाभकारी होते हैं और सौंदर्य प्रसाधनों में भी इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जोगिंदर नगर में बुरांश का उत्पादन भारी मात्रा में होता है और इस आरोग्य फूल का प्रभावी ढंग से उपयोग होना चाहिए. वहीं इस मौके पर एसडीएम जोगिंदर नगर डॉक्टर मेजर विशाल ने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए इन उत्पादों की मार्केटिंग के लिए बाजार भी उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद महिलाएं आत्मनिर्भर बन अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगी.
ये भी बढ़ें: भावा नगर के तराण्डा ढांक के पास लगा है कूड़े का ढेर, सूचना बोर्ड से लोग नाराज