मंडी: हिमाचल पुलिस पेपर लीक मामले (HP POLICE PAPER LEAK CASE) में हिमाचल सरकार की तरफ से सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है. वहीं, हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मांग उठाई है कि पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच (Constable Paper Leak Case Himachal) 90 दिनों में पूरी की जाए और जांच रिपोर्ट को विधानसभा में पटल पर रखा जाए.
सुक्खू ने कहा कि यदि सरकार 90 दिनों में जांच पूरी नहीं करवाती है तो फिर कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर उग्र आंदोलन (Sukhvinder Singh Sukhu on Himachal Police Recruitment Paper Leak) करेगी. यह बात सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज मंडी में युवा कांग्रेस द्वारा क्रमिक अन्नशन में भाग लेने के बाद कही. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में जल्द ही चुनाव होने जा रहे हैं. कहीं ऐसा न हो कि इस पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट चुनावों के बाद आए. यदि जांच में देरी की गई और कोताही बरती गई तो फिर कांग्रेस इसे लेकर उग्र आंदोलन करेगी.
सुखविंदर सिंह सुक्खू कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने अपनों को एडजेस्ट करने के उद्देश्य से पेपर लीक जैसे प्रकरण को अंजाम दिया है. सरकार चाहती थी (Sukhvinder Singh Sukhu on jairam government) कि अपने लोगों को सरकारी नौकरी दी जाए. उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर के बयान (CM Jairam on Himachal Police Recruitment Paper Leak) पर भी पलटवार किया. सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी बारी आने के लिए राजनीति नहीं करती बल्कि सेवा भाव के मकसद से सत्ता में आती है. इस बार भी कांग्रेस पार्टी प्रदेश में करवाए गए विकास कार्यों के आधार पर वोट मांगेगी और बारी की बात कहने वालों को इसका करारा जवाब देगी.
75803 अभ्यर्थियों को दोबारा देनी होगी लिखित परीक्षा: हिमाचल में 75 हजार से अधिक युवाओं ने परीक्षा दी थी. बाद में यह खुलासा (Himachal Police Recruitment Paper Leak Case) हुआ कि कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे जिन्होंने लिखित परीक्षा में अच्छे अंक लिए लेकिन उनका शैक्षणिक रिकॉर्ड बहुत खराब था. वहीं, से कांगड़ा पुलिस को शक हुआ और धांधली सामने आई. अभी तक की जांच में यह पता चला है कि कुछ अभ्यर्थियों ने पेपर लीक की एवज में 8 से 10 लाख रुपए तक चुकाए हैं.कयास लगाया जा रहा है कि पेपर लीक होने के बाद कम से कम 2 हजार अभ्यर्थियों तक पहुंचाया गया. इस तरह यह घोटाला डेढ़ सौ करोड़ से अधिक का हो सकता है. अब हिमाचल के 75803 अभ्यर्थियों को दोबारा लिखित परीक्षा देनी होगी. मेधावी अभ्यर्थियों के अब हौसले टूट गए हैं. नए सिरे से तैयारी का मन नहीं बना पा रहे हैं. यह प्रक्रिया पुलिस कांस्टेबल के 1334 पद भरने के लिए शुरू की गई थी.
हिमाचल में 27 मार्च को ली गई पुलिस कांस्टेबल की भर्ती परीक्षा का पांच अप्रैल को परिणाम घोषित किया गया था. प्रदेशभर के 81 केंद्रों पर 1334 पदों के लिए 75000 से अधिक युवाओं ने लिखित परीक्षा दी थी. परिणाम घोषित होने के बाद जिलों में चयनित युवाओं के दस्तावेजों की जांच का कार्य चल रहा था, कुछ जिलों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी, जबकि कई जगह यह प्रक्रिया चल रही थी. चंडीगढ़ के पंचकूला में छपे इस पेपर को लीक करने के लिए प्रिटिंग प्रेस भी संदेह के घेरे में है. उधर कांगड़ा जिले के रैहन में चलने वाले एक कोचिंग सेंटर के संचालक से भी पुलिस ने पूछताछ की है. इस कोचिंग संस्थान के आठ युवाओं ने पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा दी थी.
ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में CBI करेगी जांच: सीएम जयराम ठाकुर