करसोग: उपमंडल में लोगों की आर्थिकी का मजबूत साधन कहे जाने वाले स्टोन फ्रूट में इस बार खूब फ्लावरिंग हो रही है. अधिकतर क्षेत्रों में बादाम, प्लम, आड़ू व खुरमानी के पेड़ इन दिनों फूलों से लदे हुए हैं. सर्दियों के मौसम में समय-समय पर हुई बर्फबारी और बारिश से स्टोन फ्रूट का उत्पादन अच्छा रहने का भी अनुमान है, लेकिन मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है.
मौसम विभाग की माने तो आज से प्रदेश में बारिश की संभावना जताई गई है. हालांकि कुछ स्थानों पर भी बारिश की संभावना जताई गई है, लेकिन 5 मार्च से प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग ने 5 और 6 मार्च के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया है. ऐसे में बागवानों की चिंता भी बढ़ गई हैं.
फ्लावरिंग के समय साफ चाहिए मौसम
करसोग में इन दिनों स्टोन फ्रूट में फ्लावरिंग पीक पर है. ऐसे में अच्छी सेटिंग के लिए मौसम साफ रहना चाहिए. विशेषज्ञ की माने तो हल्की बारिश स्टोन फ्रूट के लिए उतनी नुकसानदायक नहीं है, लेकिन अधिक और लगातार बारिश फ्लावरिंग को नुकसान पहुंचा सकती है.
प्रदेश में इस बार हुई अच्छी बर्फबारी और बारिश से ठंड भी अधिक रही, जो कि स्टोन फ्रूट और सेब के लिए फायदेमंद बताई जा रही है. सर्दी के सीजन में अधिक ठंड पड़ने से स्टोन फ्रूट और सेब की अच्छी पैदावार होने की भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं, बशर्त फ्लावरिंग के वक्त मौसम साथ दे.
सेब के लिए फायदे मंद बारिश
इन दिनों होने वाली अधिक बारिश भले ही स्टोन फ्रूट के लिए नुकसानदायक हो, लेकिन सेब के लिए यही बारिश फायदेमंद है. सेब में अभी अगले माह तक फ्लावरिंग होगी. ऐसे में इन दिनों होने वाली बारिश के कारण जमीन पर लम्बे समय तक नमी बनी रहेगी, जोकि सेब की फ्लावरिंग के लिए अच्छी बताई जा रही है.बागवानी विभाग के एएचडीओ युवराज वर्मा ने बताया कि फ्लावरिंग के वक्त अधिक और लगातार होने वाली बारिश नुकसानदायक है. जिसका असर आने वाले समय में स्टोन फ्रूट के उत्पादन पर भी पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि सेब की फसल के लिए बारिश फायदेमंद है.
बागवान जगत राम ने बताया कि इन दिनों बादाम, प्लम खुरमानी में प्लवरिंग हो रही है. ऐसे में अगर अधिक बारिश होती है तो फूल गिरने से फसल को नुकसान हो सकता है. उन्होंने बताया कि अच्छी फसल के लिए फ्लावरिंग के समय मौसम साफ रहना चाहिए.