सुंदरनगर: कोरोना संक्रमण के चलते दो वक्त की रोटी के लिए जो लोग रोजाना दिहाड़ी मजदूरी करके अपना और परिवार का पेट भरते आए हैं. कोरोना माहामारी के कारण उन्हें अपने परिवार का पेट पालना मुश्किल हो रहा है.
इस महामारी के चलते कर्फ्यू लगने से सारे काम रुक गए हैं जिससे इस वक्त जरूरतमंद गरीब और असहाय लोगों के लिए दो वक्त की रोजी रोटी जुटाना बहुत मुश्किल हो गया है. इन विकट परिस्थितियों में सुंदरनगर के कुछ समाजसेवी लोगों ने एकजुट होकर अपने स्तर पर ऐसे जरूरतमंद लोगों को दो वक्त की रोटी मुहैया करवाने का बेड़ा उठाया है.
कुछ समय पहले प्रशासन ने असमंजस के चलते इन लोगों को जनसेवा करने से मना किया था, लेकिन अब हाल में अब इसे दोबारा से शुरू कर दिया गया है. इस समाजसेवी संगठन ने हेल्पिंग हैंड सर्विस शुरू की है जिससे ऐसे दीन दुखी और जरूरतमंद व बाहरी राज्यों के प्रवासी लोगों को उनके घर द्वार पर दो वक्त का खाना प्रशासन के निर्देशों के तहत अपने स्तर पर प्रदान करवा रहे हैं.
इस टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे समाजसेवी बब्बू पंसारी का कहना है कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है और इस उद्देश्य को लेकर ही सुंदरनगर शहर के कुछ बुद्धिजीवी लोगों का एक समूह इस दिशा में अपने स्तर पर काम कर रहा है.
इसके लिए हनुमान मंदिर समिति के हाल में व्यवस्था की गई है और प्रशासन के सहयोग से हर रोज दो वक्त का खाना बांटा जा रहा है. यह खाना समाजसेवी लोगों की मदद से मुहैया हो रहा है और यह मुहिम तब तक जारी रहेगी जब तक हालात प्रदेश और देश में सामान्य नहीं हो जाते हैं.
बब्बू पंसारी ने कहा है कि इस दौरान समाजसेवी संगठन और उसके सदस्य सरकार और जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों का अनुसरण करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखकर कार्य कर रहे हैं. लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तकरीबन 500 लोगों को दो वक्त का खाना खिलाया जा रहा है और जो लोग इस मुहिम में जुड़ रहे हैं, उनका स्वागत किया जा रहा है.
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