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करसोग में फैला सड़कों का जाल HRTC के लिए बना मुसीबत, जानें वजह - हिमाचल प्रदेश हिंदी समाचार

करसोग में लगातार फैल रहा सड़कों का जाल एचआरटीसी के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. उपमंडल के तहत अब हर क्षेत्र सड़क सुविधा से तो जुड़ रहे है, लेकिन इन सड़कों पर लोगों की परिवहन सुविधा की मांग को पूरा करने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम के पास बसें कम पड़ गई है. ऐसा ही एक मामला जनमंच के माध्यम से जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के ध्यान में लाया गया है. जिसमें दो पंचायतों की जनता ने धारकाण्डलु से शिमला जाने वाली बस को वाया जस्सल भेजे जाने पर अपना विरोध जताया है.

Shortage of HRTC buses in Karsog
फोटो.
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Published : Sep 13, 2021, 6:58 PM IST

करसोग: जिला मंडी के करसोग में लगातार फैल रहा सड़कों का जाल एचआरटीसी के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. उपमंडल के तहत अब हर क्षेत्र सड़क सुविधा से तो जुड़ रहे हैं, लेकिन इन सड़कों पर लोगों की परिवहन सुविधा की मांग को पूरा करने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम के पास बसें कम पड़ गई हैं.

ऐसे में परिवहन निगम के बिना सोचे समझे बसों को वाया भेजे जाने के निर्णय से कई क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. उपमंडल के तहत ऐसा ही एक मामला जनमंच के माध्यम से जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के ध्यान में लाया गया है. जिसमें दो पंचायतों की जनता ने धारकाण्डलु से शिमला जाने वाली बस को वाया जस्सल भेजे जाने पर अपना विरोध जताया है.

लोगों का कहना है कि धारकाण्डलु से शिमला के लिए चलने वाली ये एक मात्र बस है. जो सुबह करीब 6.15 बजे शिमला को चलती है. ये बस मैहरन पंचायत के तहत वाया नाग ककनो होकर शिमला के लिए भेजी जा रही है. ऐसे में कांडी सपनोट सहित मैहरन पंचायत की जनता बस सुविधा का पूरा लाभ उठा रही है.

इन दोनों पंचायतों से शिमला के लिए जाने वाली एक मात्र पहली बस है. जिसमें आईजीएमसी में इलाज करवाने को जाने वाले मरीजों सहित बड़ी संख्या में शिमला में सरकारी और प्राइवेट नौकरी करने वाले कर्मचारी बस सुविधा का लाभ उठाते हैं. ये बस 10.30 के करीब शिमला पहुंचती है.

ऐसे में लोग जल्दी पहुंचकर राजधानी में अपना काम निपटा कर शाम को इसी बस से वापस लौटते हैं, लेकिन कुछ रोज पहले लोगों की इच्छा के विरुद्ध इस बस को वाया जस्सल होकर भेजा जा रहा है. ऐसे में ये बस अब देरी से शिमला पहुंच रही है और वापसी में भी देर रात धारकाण्डलु पहुंचती है. जिससे मरीज समय पर इलाज के लिए आईजीएमसी नहीं पहुच पा रहे हैं अन्य लोगों को भी इस कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

ऐसे में कांडी सपनोट के प्रधान ने करसोग में आयोजित हुए जनमंच के माध्यम से बस को वाया जस्सल न चलाकर पहले की तरह चलाए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि वाया जस्सल होकर करसोग से शिमला की ओर जाने वाली किसी और बस को भेजा जाए, ताकि जस्सल सहित आसपास के क्षेत्रों की जनता को भी बस सुविधा मिल सके.

इस पर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने लोगों की परेशानी को समझते हुए तुरंत प्रभाव से एचआरटीसी को धारकाण्डलु बस को पहले की तरह चलाए जाने के आदेश जारी किए हैं. जिसके लिए लोगों ने जल शक्ति मंत्री का आभार जताया है.

ये भी पढ़ें- मनाली क्षेत्र में स्थित है धरती के 'पहले मनुष्य' ऋषि मनु का मंदिर, अब सरकार उठा रही है ऐसा कदम

करसोग: जिला मंडी के करसोग में लगातार फैल रहा सड़कों का जाल एचआरटीसी के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. उपमंडल के तहत अब हर क्षेत्र सड़क सुविधा से तो जुड़ रहे हैं, लेकिन इन सड़कों पर लोगों की परिवहन सुविधा की मांग को पूरा करने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम के पास बसें कम पड़ गई हैं.

ऐसे में परिवहन निगम के बिना सोचे समझे बसों को वाया भेजे जाने के निर्णय से कई क्षेत्रों में लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. उपमंडल के तहत ऐसा ही एक मामला जनमंच के माध्यम से जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के ध्यान में लाया गया है. जिसमें दो पंचायतों की जनता ने धारकाण्डलु से शिमला जाने वाली बस को वाया जस्सल भेजे जाने पर अपना विरोध जताया है.

लोगों का कहना है कि धारकाण्डलु से शिमला के लिए चलने वाली ये एक मात्र बस है. जो सुबह करीब 6.15 बजे शिमला को चलती है. ये बस मैहरन पंचायत के तहत वाया नाग ककनो होकर शिमला के लिए भेजी जा रही है. ऐसे में कांडी सपनोट सहित मैहरन पंचायत की जनता बस सुविधा का पूरा लाभ उठा रही है.

इन दोनों पंचायतों से शिमला के लिए जाने वाली एक मात्र पहली बस है. जिसमें आईजीएमसी में इलाज करवाने को जाने वाले मरीजों सहित बड़ी संख्या में शिमला में सरकारी और प्राइवेट नौकरी करने वाले कर्मचारी बस सुविधा का लाभ उठाते हैं. ये बस 10.30 के करीब शिमला पहुंचती है.

ऐसे में लोग जल्दी पहुंचकर राजधानी में अपना काम निपटा कर शाम को इसी बस से वापस लौटते हैं, लेकिन कुछ रोज पहले लोगों की इच्छा के विरुद्ध इस बस को वाया जस्सल होकर भेजा जा रहा है. ऐसे में ये बस अब देरी से शिमला पहुंच रही है और वापसी में भी देर रात धारकाण्डलु पहुंचती है. जिससे मरीज समय पर इलाज के लिए आईजीएमसी नहीं पहुच पा रहे हैं अन्य लोगों को भी इस कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

ऐसे में कांडी सपनोट के प्रधान ने करसोग में आयोजित हुए जनमंच के माध्यम से बस को वाया जस्सल न चलाकर पहले की तरह चलाए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि वाया जस्सल होकर करसोग से शिमला की ओर जाने वाली किसी और बस को भेजा जाए, ताकि जस्सल सहित आसपास के क्षेत्रों की जनता को भी बस सुविधा मिल सके.

इस पर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने लोगों की परेशानी को समझते हुए तुरंत प्रभाव से एचआरटीसी को धारकाण्डलु बस को पहले की तरह चलाए जाने के आदेश जारी किए हैं. जिसके लिए लोगों ने जल शक्ति मंत्री का आभार जताया है.

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