मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पनारसा से शुरू किए गए पौधारोपण अभियान को आगे बढ़ाते हुए वन विभाग ने करसोग की महिलाओं और युवाओं के सहयोग से पांच दिनों में एक लाख से अधिक पौधे रोपकर धरती मां का श्रृंगार किया है.
20 जुलाई से शुरू हुए कैंपेन का बुधवार को समापन हो गया है. इस अवधि में करसोग की चार फारेस्ट रेंज करसोग, पांगणा, सेरी व मगरू के तहत पड़ने वाले क्षेत्रों में 65.5 हेक्टेयर भूमि पर देवदार सहित बान, बीयूल, आंवला व दाडू प्रजाति के पौधे शामिल हैं. पौधारोपण अभियान चलाने का वन विभाग का उद्देश्य पौधरोपण में स्थानीय जनत की सहभागिता बढ़ाई जाए, ताकि पौधों को रोपे जाने के बाद खुद ही लोगों इन पौधों को बचाने में भी सहयोग करें.
चार सालों में 400 हेक्टेयर भूमि को किया हराभरा
करसोग में हर साल मानसून सीजन में पौध रोपण अभियान होता है. पिछले 4 सालों में वन विभाग ने लोगों के सहयोग से 400 हेक्टेयर भूमि में पौधे लगाएं हैं, जिससे करसोग में हरे-भरे जंगलों का क्षेत्रफल बढ़ रहा है. ये पौधे जंगलों में खाली जगह पर लगाये जा रहे है, ताकि खाली जगहों को पेड़ों की हरियाली से कवर किया जा सके.
विधायक हीरालाल ने बताया कि प्लांटेशन कैंपेन तक ही पौधे रोपने का कार्य सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि लोगों को जन्मदिन, सालगिरह या अन्य खुशी के मौके पर भी एक पौधा लगाना चाहिए.
डीएफओ करसोग आरके शर्मा ने बताया कि जो पौधे रोपे गए हैं, उनको बचाना भी हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने बताया कि जंगलों को सामूहिक प्रयासों से ही बचाया जा सकता है, जिसमें जनता का सहयोग भी आवश्यक है.