सुंदरनगर: जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर के गृह जिला मंडी के उपमंडल बल्ह की ग्राम पंचायत लुहाखर के गांव धार में सैंकड़ों लोग प्रदूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं. हैरानी की बात ये है कि इन प्रभावित ग्रामीणों के गांव से महज 500 मीटर दूर आईपीएच विभाग एक बोरवेल भी करवा चुका है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेयजल निकलने के बावजूद गांव वालों को पानी का कनेक्शन न देने के कारण बरसाती नाले का पानी सप्लाई कर रहा है.
ग्राम पंचायत लुहाखर के प्रधान बंसीधर ने बताया कि जहां से उन्हें विभाग द्वारा पानी की सप्लाई की जा रही है, वो 40 साल पुरना है. साथ ही अब ये पूरी तरह से सूख गया है, लेकिन विभाग बरसाती नाले का गंदा पानी टैंक में डालकर गांव वालों को पिला रहा है.
उन्होंने बताया कि मजबूरी में स्थानीय लोग बरसाती नाले का पानी रहे हैं. वहीं, 10 दिनों में पानी का ये स्त्रोत भी सूखने की कगार पर है. साथ ही कहा कि दूषित पानी पीने से गांव में बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है. ऐसे में उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द इस समस्या का निवारण करने की गुहार लगाई है.
स्थानीय निवासी हेम सिंह ने बताया कि अपनी इस समस्या से कई बार संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि सिंचाई मंत्री से भी इस बारे में बात की गई थी, जिससे गांव के नजदीक एक बोरवेल का निर्माण करवाया गया, लेकिन आज तक गांववासियों को बोरवेल से पानी का कनेक्शन नहीं दिया गया है.
जलशक्ति विभाग के अधिषाशी अभियंता हर्ष शर्मा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है और मौके पर संबंधित अधिकारी को भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि पानी का बोरवेल और मोटर इतने समय से उक्त स्थान पर स्थापित है,तो मौके पर पाइप लाइन बिछा दी जाएगी.
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