मंडी: हिमाचल प्रदेश में कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज में कहीं न कहीं पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है. कोरोना की दूसरी लहर को कम हुए जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा है उसके साथ ही वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या भी घटती जा रही है.
वहीं, सरकार ने 30 नवंबर तक हिमाचल प्रदेश के सौ फीसदी लोगों को दूसरी डोज देने का लक्ष्य रखा है, लेकिन दूसरी डोज को लेकर वैक्सीनेशन के लिए लोगों की उदासीनता से ये लक्ष्य पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है. जिस उत्साह से लोगों से वैक्सीन की पहली डोज लगवाई, उतना उत्साह दूसरी डोज लगवाने में नहीं दिखाया जा रहा है.
बता दें कि मंडी जिले में 7 लाख 50 हजार से अधिक लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई थी. अभी तक एक लाख 20 हजार लाभार्थियों की दूसरी डोज लगाने का तय 84 दिन का समय निकल चुका है. इसके बाद भी लोगों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है.
जानकारी देते हुए सीएमओ मंडी डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि जिला में विभाग के पास लक्ष्य पूरा करने के लिए 25 दिन शेष हैं और इसके तहत 2 लाख 50 हजार लाभार्थियों का टीकाकरण किया जाना है. इसलिए प्रतिदिन 10 हजार लोगों का टीकाकरण किया जाना अनिवार्य है.
उन्होंने कहा कि इन्फ्लूएंजा के लक्षण वाले मरीजों की कोरोना जांच की जाती है और संक्रमित पाए जाने के उपरांत 15 लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया जाता है. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि बीते महीने मंडी जिले में प्रतिदिन औसतन 20 से 25 मरीज संक्रमित सामने आए हैं.
मंडी जिले में कोरोना वैक्सिनेशन पर डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने कहा कि सभी लाभार्थियों को कोरोना वेक्सिनेशन की दूसरी डोज लगाने के लक्ष्य के लिए 30 नवंबर का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने दूसरी डोज लगवाने वाले पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले पात्र लाभार्थी अतिशीघ्र वैक्सीन लगवाएं और वैक्सीनेशन संबंधित किसी भी सहायता के लिए संबंधित एसडीएम से संपर्क किया जा सकता है.
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