करसोग: जिला मंडी के करसोग की खील पंचायत के धरमौड़ में डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा न होने से चुनावी साल में सियासत (demand for degree college in dharmour) तेज हो गई है. लोगों की मांग पूरा न होने से करसोग के तहत जिला परिषद वार्ड सांवीधार में डिग्री कॉलेज विधानसभा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है. यहां जिला परिषद वार्ड के अंतर्गत धरमौड़ में लोग लंबे समय से डिग्री कॉलेज खोलने की मांग कर रहे हैं. इस बारे में पिछले सप्ताह ही स्थानीय पंचायत प्रधान सहित एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से शिमला में मिला था.
ऐसे में 18 सितंबर को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (cm jairam visit karsog) के करसोग में प्रगतिशील हिमाचल के स्थापना के 75 वर्ष के कार्यक्रम के दौरान लोगों को मंच पर से डिग्री कॉलेज की घोषणा किए जाने की उम्मीद थी. जिसके लिए खील पंचायत सहित साथ लगती करीब 25 पंचायतों से लोग कार्यक्रम मे पहुंचे थे, लेकिन इस दौरान पांगना में डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा से हजारों लोगों की उम्मीदों को झटका लगा है. अब लोगों की नाराजगी विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी पड़ सकती है.
खील पंचायत के उप प्रधान चंद्रेश शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री ने करसोग के लोगों के लिए विकासकार्यों की अनेकों योजनाएं (Development works in Karsog) समर्पित की हैं, लेकिन खील पंचायत में डिग्री कॉलेज की मांग पूरा न होने से जनता में रोष है, उन्होंने कहा कि करसोग दौरे से पहले प्रतिनिधिमंडल प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से शिमला में मिला था. इस दौरान धरमौड़ क्षेत्र में डिग्री कॉलेज खोलने को लेकर एक ज्ञापन सौंपा था, लेकिन मुख्यमंत्री ने डिग्री कॉलेज पांगना में खोलने की घोषणा कर दी.
उन्होंने कहा कि खील पंचायत के तहत धरमौड़ एक ऐसा स्थान है जो पागना सहित सुन्नी व करसोग के केंद्र में है. यहां डिग्री कॉलेज (degree college in dharmour) खोलने से करीब 25 पंचायतों की जनता को सुविधा मिलनी थी. उन्होंने कहा कि पांगना डिग्री कॉलेज खोलने का स्वागत है, लेकिन एक कॉलेज धरमौड़ में भी खुलना चाहिए था.
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