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PWD की कार्यशैली पर लोगों ने खड़े किए सवाल, अधर में लटका सड़क निर्माण कार्य - करसोग में सड़क की स्थिती जर्जर

लोगों की सुविधा के लिए शुरू हुए विकास कार्यों को तय समयाविधि पर पूरा न करके सरकार के अपने ही विभाग मुख्यमंत्री की साख पर बट्टा लगा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला करसोग उपमंडल में सामने आया है.

no road facility in karsog
PWD की कार्यशैली पर लोगों ने खड़े किए सवाल
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Published : Mar 1, 2020, 6:00 AM IST

Updated : Mar 1, 2020, 7:20 AM IST

मंडी: लोगों की सुविधा के लिए शुरू हुए विकास कार्यों को तय समयाविधि पर पूरा न करके सरकार के अपने ही विभाग मुख्यमंत्री की साख पर बट्टा लगा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला करसोग उपमंडल में सामने आया है.

बता दें कि करसोग डिवीजन के तहत पीएमजीएसवाई की सपनोट से मेहरन सड़क को 11 जून 2018 में पक्का करने के लिए कार्य शुरू हुआ था. जिसे पूरा करने के लिए दिसंबर 2019 की समय सीमा तय की गई थी, लेकिन डेढ़ साल से अधिक का समय बीत गया है और सड़क को पक्का करने का कार्य पूरा नहीं हुआ है.

ऐसे में पीडब्ल्यूडी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. यही नहीं विकासकार्यों के प्रति विभाग की सुस्ती से लोगों के बीच में सरकार की छवि भी खराब हो रही है. खासकर जब पीडब्ल्यूडी विभाग का जिम्मा खुद मुख्यमंत्री देख रहे हों.

डेढ़ साल में 4 किलोमीटर सड़क पक्की नहीं हुई

हैरानी की बात है कि पीडब्ल्यूडी विभाग डेढ़ साल से करीब 4 किलोमीटर सड़क को पक्का नहीं कर पाया है. भारत सरकार के ग्राम विकास मंत्रालय से वित्त पोषित इस सड़क को करीब 1.98 करोड़ रुपये से पक्का किया जाना है.

स्टेज वन के तहत सड़क का कार्य साल 2007 में पूरा किया गया था. अब स्टेज टू में 11 साल जून 2018 में सड़क को पक्का करने का कार्य शुरू किया गया है, जिसे दिसम्बर 2019 तक पूरा किया जाना था.

अधिशाषी अभियंता मान सिंह ने बताया कि अक्तूबर और नवंबर महीने में मौसम के कारण सड़क को पक्का नहीं किया जा सका है. इसलिए अब आने वाले गर्मियों के सीजन में कार्य को पूरा किया जाएगा, इस वजह से ठेकेदार को एक्सटेंशन दी गई है.

स्थानीय निवासी कौशल कुमार ने बताया कि सड़क को पक्का करने का काम 2018 शुरू हुआ था, जो तय समय पर पूरा नहीं हुआ है. समय पर सड़क नहीं बनने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

वीडियो

ये भी पढ़ें: HPU ने नहीं घोषित किया पुनर्मूल्यांकन का परिणाम, NSUI ने कुलसचिव को सौंपा ज्ञापन

मंडी: लोगों की सुविधा के लिए शुरू हुए विकास कार्यों को तय समयाविधि पर पूरा न करके सरकार के अपने ही विभाग मुख्यमंत्री की साख पर बट्टा लगा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला करसोग उपमंडल में सामने आया है.

बता दें कि करसोग डिवीजन के तहत पीएमजीएसवाई की सपनोट से मेहरन सड़क को 11 जून 2018 में पक्का करने के लिए कार्य शुरू हुआ था. जिसे पूरा करने के लिए दिसंबर 2019 की समय सीमा तय की गई थी, लेकिन डेढ़ साल से अधिक का समय बीत गया है और सड़क को पक्का करने का कार्य पूरा नहीं हुआ है.

ऐसे में पीडब्ल्यूडी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. यही नहीं विकासकार्यों के प्रति विभाग की सुस्ती से लोगों के बीच में सरकार की छवि भी खराब हो रही है. खासकर जब पीडब्ल्यूडी विभाग का जिम्मा खुद मुख्यमंत्री देख रहे हों.

डेढ़ साल में 4 किलोमीटर सड़क पक्की नहीं हुई

हैरानी की बात है कि पीडब्ल्यूडी विभाग डेढ़ साल से करीब 4 किलोमीटर सड़क को पक्का नहीं कर पाया है. भारत सरकार के ग्राम विकास मंत्रालय से वित्त पोषित इस सड़क को करीब 1.98 करोड़ रुपये से पक्का किया जाना है.

स्टेज वन के तहत सड़क का कार्य साल 2007 में पूरा किया गया था. अब स्टेज टू में 11 साल जून 2018 में सड़क को पक्का करने का कार्य शुरू किया गया है, जिसे दिसम्बर 2019 तक पूरा किया जाना था.

अधिशाषी अभियंता मान सिंह ने बताया कि अक्तूबर और नवंबर महीने में मौसम के कारण सड़क को पक्का नहीं किया जा सका है. इसलिए अब आने वाले गर्मियों के सीजन में कार्य को पूरा किया जाएगा, इस वजह से ठेकेदार को एक्सटेंशन दी गई है.

स्थानीय निवासी कौशल कुमार ने बताया कि सड़क को पक्का करने का काम 2018 शुरू हुआ था, जो तय समय पर पूरा नहीं हुआ है. समय पर सड़क नहीं बनने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Last Updated : Mar 1, 2020, 7:20 AM IST
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