मंडी: देवभूमि हिमाचल के जिला मंडी के करसोग उपमंडल की ऐतिहासिक नगरी पांगणा के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने वाली है. वह ऐसे कि पांगणा मिट्टी की खुशबू की महक से दिल्ली में बनने वाला नया संसद (New Parliament Building) महकेगा. इसके लिए यहां के कई महत्वपूर्ण स्थानों ने मिट्टी एकत्रित कर जिला भाषा अधिकारी को सौंप दी गई है. जिसे अब संसद भवन के निर्माण के उपयोग में लाया जाएगा.
भारत सरकार नई दिल्ली में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project in New Delhi) में नए संसद भवन का निर्माण कर रही है. जिसके लिए भारत सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से पांच-पांच किलोग्राम मिट्टी मांगी है. जो उस राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की संस्कृति और सभ्यता से संबंधित हो. इस आशय से प्रदेश भाषा कला संस्कृति विभाग माध्यम से सैन्य पराक्रम से जुड़े स्वतंत्रता सेनानियों व सुकेत सत्याग्रह में महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर हिमाचल की रियासतों में सबसे पहले सुकेत रियासत का भारत संघ में विलय करने में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले ऐतिहासिक गांव पांगणा कर्मस्थली छह पांगणा बेहड़े (स्मारक) परिसर की 5 किलोग्राम मिट्टी ऐतिहासिक विवरण के साथ दिल्ली भिजवाई गई है.
सुकेत संस्कृति साहित्य एवं जन कल्याण मंच (India New Parliament Building) के संयोजक डॉक्टर जगदीश शर्मा ने बताया कि गांव के महत्वपूर्ण स्थानों से मिट्टी एकत्रित कर जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया को सौंपा गया है. इसमें कलात्मक विरासत राजराजेश्वरी महामाया स्मारक के परिसर (New parliament house in new delhi) में खेमराज शर्मा सहित समाजसेवी जितेंद्र शर्मा का भी सहयोग लिया गया.
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