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आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं, मुरारी देवी स्वयं सहायता समूह ने शुरू किया मशरूम उत्पादन

कांगू वन परिक्षेत्र की ग्राम पंचायत सलवाना में मुरारी देवी स्वयं सहायता समूह ने मशरूम का उत्पादन करना शुरू कर दिया है. मूह के सभी सदस्य सफलतापूर्वक मशरूम उत्पादन करने से काफी उत्साहित है और सभी सदस्य भविष्य में इस व्यवसाय में अपनी आजीविका सुरक्षित मान रहे हैं.

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फोटो.
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Published : Mar 29, 2021, 9:54 AM IST

सुंदरनगर: सुकेत वनमंडल के अधीन कांगू वन परिक्षेत्र की ग्राम पंचायत सलवाना में मुरारी देवी स्वयं सहायता समूह ने मशरूम का उत्पादन करना शुरू कर दिया है. समिति ने मशरूम उत्पादन के विपणन के बारे में निर्णय लेने के लिए सभा का आयोजन किया. जिसमें मुख्य परियोजना निदेशक नागेश गुलेरिया ने शिरकत की. इस अवसर पर मशरूम उत्पाद को बेचने की शुरुआत की गई.

जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी द्वारा पोषित हिमाचल प्रदेश वन पारिस्थितिकी तंत्र प्रबन्धन एवं आजीविका सुधार परियोजना के अंतर्गत इस समिति का गठन किया है. समूह के सभी सदस्य सफलतापूर्वक मशरूम उत्पादन करने से काफी उत्साहित है और सभी सदस्य भविष्य में इस व्यवसाय में अपनी आजीविका सुरक्षित मान रहे हैं.

वीडियो.

महिलाओं को दी गई थी मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग

बता दें कि मुरारी देवी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को परियोजना की तरफ से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण कृषि विज्ञानं केन्द्र सुंदरनगर में दिया गया, उसके बाद समूह की महिलाओं ने इसे समूह में उगाना शुरू किया व सफलता हासिल की. इस अवसर पर रिटायर्ड वनमंडलाधिकारी, वीपी पठानिया, सहायक वन संरक्षक सुकेत अश्वनी शर्मा, विषयवाद विशेषज्ञ विजय कुमार, फील्ड टेक्निकल यूनिट को ऑर्डनेटर सुनीता देवी, कांगू वन परिक्षेत्र कार्यकारिणी अधिकारी उमा कान्त, वनखंड अधिकारी रविन्द्र कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

ये भी पढ़ें: सरकाघाट में कोरोना के पांच नए मामले आए सामने, सभी संक्रमित किए गए होम आइसोलेट

सुंदरनगर: सुकेत वनमंडल के अधीन कांगू वन परिक्षेत्र की ग्राम पंचायत सलवाना में मुरारी देवी स्वयं सहायता समूह ने मशरूम का उत्पादन करना शुरू कर दिया है. समिति ने मशरूम उत्पादन के विपणन के बारे में निर्णय लेने के लिए सभा का आयोजन किया. जिसमें मुख्य परियोजना निदेशक नागेश गुलेरिया ने शिरकत की. इस अवसर पर मशरूम उत्पाद को बेचने की शुरुआत की गई.

जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी द्वारा पोषित हिमाचल प्रदेश वन पारिस्थितिकी तंत्र प्रबन्धन एवं आजीविका सुधार परियोजना के अंतर्गत इस समिति का गठन किया है. समूह के सभी सदस्य सफलतापूर्वक मशरूम उत्पादन करने से काफी उत्साहित है और सभी सदस्य भविष्य में इस व्यवसाय में अपनी आजीविका सुरक्षित मान रहे हैं.

वीडियो.

महिलाओं को दी गई थी मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग

बता दें कि मुरारी देवी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को परियोजना की तरफ से मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण कृषि विज्ञानं केन्द्र सुंदरनगर में दिया गया, उसके बाद समूह की महिलाओं ने इसे समूह में उगाना शुरू किया व सफलता हासिल की. इस अवसर पर रिटायर्ड वनमंडलाधिकारी, वीपी पठानिया, सहायक वन संरक्षक सुकेत अश्वनी शर्मा, विषयवाद विशेषज्ञ विजय कुमार, फील्ड टेक्निकल यूनिट को ऑर्डनेटर सुनीता देवी, कांगू वन परिक्षेत्र कार्यकारिणी अधिकारी उमा कान्त, वनखंड अधिकारी रविन्द्र कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे.

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