करसोग: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के तहत करसोग में भारी बारिश (Heavy Rain in Karsog) तबाही मचा रही है. यहां बारिश की वजह से ग्राम पंचायत सोरता गांव कांडी में पहाड़ी दरकने से निचली तरफ चादर पोश दो कमरों की गौशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. गौशाला में मलबा और पत्थर आने से छत पूरी तरह से पलट गई है. इसके साथ कमरों के अंदर भी मिट्टी और पत्थर के ढेर लग गया है.
जानकारी के मुताबिक ये गौशाला बेगाराम पुत्र (Heavy Rain in Mandi) चुडू की है. भूस्खलन के समय पशु बाहर बंधे हुए थे. जिस कारण पशुओं की जान बची गई, लेकिन दिक्कत ये है कि भूस्खलन के बाद गौशाला के पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होने से अब बेगाराम के पास पशुओं को अंदर बांधने के लिए दूसरी गौशाला भी नहीं है. उधर, बेगाराम ने टेलीफोन के माध्यम से भूस्खलन (Landslide in Karsog) की सूचना प्रशासन को दी. जिस पर राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को सौंप दी है.
एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर (SDM Surender Thakur) ने बताया कि ग्राम पंचायत सोरता में भूस्खलन से दो कमरों की गौशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त (Gaushala damaged in Karsog) हो गई है. उन्होंने कहा की नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर दी है. नियमों के मुताबिक नुकसान की (Landslide on Cowshed) भरपाई की जाएगी. बता दें कि इस बार मानसून में विभिन्न आपदाओं में अभी तक 270 लोग जान गंवा चुके हैं.
वहीं, हिमाचल प्रदेश में दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में 2 सितंबर तक मौसम खराब बना रहेगा. राज्य के कई भागों में 28 और 29 अगस्त को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसलिए पर्यटकों और स्थानीय लोगों से प्रशासन ने अपील की है कि नदी नालों के नजदीक न जाएं.
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