करसोग: करसोग उपमंडल सहित साथ लगते क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से शंकर देहरा के समीप पलूछी में भूस्खलन होने से (landslide in Shankar Dehra) करसोग सहित आसपास के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति करने वाली योजना को भारी नुकसान हुआ है. जिस कारण तहसील मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में पेयजल का संकट पैदा हो गया है. बारिश में भी जल शक्ति विभाग के फील्ड अधिकारी और कर्मचारी पेयजल लाइन के मरम्मत कार्य में जुटे हैं.
ऐसे में जब तक लाईन ठीक नहीं होती है, लोगों को पेयजल समस्या से (Karsog drinking water scheme Damage) जूझना पड़ेगा. हालांकि विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद करसोग मुख्य बाजार सहित अपर न्यारा, पुराना बाजार, लोअर करसोग और बस स्टैंड क्षेत्रों में पानी की सप्लाई को बहाल कर दिया है. लेकिन बहुत से ऐसे क्षेत्र बचे हैं जहां पानी की सप्लाई अभी भी बाधित है. जल शक्ति विभाग के मुताबिक बचे हुए क्षेत्रों में 28 जुलाई से तय शेड्यूल्ड के अनुसार पानी मिलना शुरू हो जाएगा.
इनमें कोट, मेगली, लोअर न्यारा, पंजराहट, नाली, बरल, ग्राम पंचायत कुफरीधार व बगैला के कुछ गांव शामिल हैं. बता दें कि भारी बारिश की वजह से खड्डों और नालों में मलबा आने से अधिकतर पेयजल योजनाओं में गाद की समस्या पैदा हो गई है. जिस कारण उठाऊ पेयजल योजनाओं में पानी की लिफ्टिंग को रोका गया है. जिससे कई क्षेत्रों के लोगों को भरी बरसात में पेयजल किल्लत की समस्या से जूझना पड़ रहा है. हालांकि जल शक्ति विभाग पानी की आपूर्ति को सामान्य बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन रोजाना हो रही बारिश की वजह से विभाग की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं.
अधिशासी अभियंता रजत गर्ग का कहना है की शंकर देहरा के समीप भूस्खलन होने से करसोग को पेयजल आपूर्ति करने वाली योजना को नुकसान पहुंचा है. जिस वजह से करसोग सहित आसपास के कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई बाधित हुई है. उन्होंने कहा कि करसोग मुख्य बाजार सहित कुछ क्षेत्रों में पानी की सप्लाई बहाल हो गई है. बाकी बचे क्षेत्रों में 28 जुलाई तक पानी की आपूर्ति को रिस्टोर किया जाएगा.
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