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मंडी में 73वें सेना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित, शहीदों को किए श्रद्धा सुमन अर्पित

कोरोना महामारी के बीच प्रदेश एक्स सर्विस लीग ने मंडी में 73वां सेना दिवस कोरोना महामारी के बीच मनाया. इस मौके पर लीग के अध्यक्ष रि. कर्नल प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते इस कार्यक्रम को छोटे स्तर पर ही आयोजित किया गया है. सेना दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक में पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए.

Himachal EX Service League
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Published : Jan 15, 2021, 4:45 PM IST

मंडीः हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विस लीग द्वारा मंडी में 73वां सेना दिवस कोरोना महामारी के बीच सूक्ष्म रूप में मनाया गया. सेना दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक में पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए. वहीं, शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन भी रखा गया.

इस मौके पर लीग के अध्यक्ष रि. कर्नल प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते इस कार्यक्रम को छोटे स्तर पर ही आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि अनेक युद्धों के दौरान वीर सैनिकों ने चार परमवीर चक्कर के साथ तकरीबन एक हजार अन्य पदकों में वीर चक्र, महावीर चक्र, शौर्य चक्र इत्यादि प्रदेश की झोली में हैं, जो प्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है.

वीडियो.

कर्नल प्रताप सिंह ने कहा कि जब सरहद पर एक सैनिक पहरा देता है तो पूरा देश चैन की नींद सोता है. उन्होंने कहा कि जब एक सैनिक शहीद होता है तो थोड़ी देर के लिए राजनेता दिखावे के लिए दुख प्रकट करते हैं और बाद में सब भूल जाते हैं और उन शहीद परिवारों की कोई सुध नहीं लेता है.

हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है सेना दिवस

आपको बता दें कि 15 जनवरी 1949 को भारत के लेफ्टिनेंट जनरल केएस करिअप्पा ने ब्रिटिश कमांडर इन चीफ सर फ्रांसिस रोबोट रॉय से भारत के पहले कमांडर इन चीफ का पद ग्रहण किया था. केएम करियप्पा के सेना प्रमुख बनाए जाने के बाद से ही हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है.

ये भी पढ़ें- हिमाचल कैबिनेट का बड़ा फैसला, एक फरवरी से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज

मंडीः हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विस लीग द्वारा मंडी में 73वां सेना दिवस कोरोना महामारी के बीच सूक्ष्म रूप में मनाया गया. सेना दिवस के अवसर पर शहीद स्मारक में पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए. वहीं, शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन भी रखा गया.

इस मौके पर लीग के अध्यक्ष रि. कर्नल प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते इस कार्यक्रम को छोटे स्तर पर ही आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि अनेक युद्धों के दौरान वीर सैनिकों ने चार परमवीर चक्कर के साथ तकरीबन एक हजार अन्य पदकों में वीर चक्र, महावीर चक्र, शौर्य चक्र इत्यादि प्रदेश की झोली में हैं, जो प्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है.

वीडियो.

कर्नल प्रताप सिंह ने कहा कि जब सरहद पर एक सैनिक पहरा देता है तो पूरा देश चैन की नींद सोता है. उन्होंने कहा कि जब एक सैनिक शहीद होता है तो थोड़ी देर के लिए राजनेता दिखावे के लिए दुख प्रकट करते हैं और बाद में सब भूल जाते हैं और उन शहीद परिवारों की कोई सुध नहीं लेता है.

हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है सेना दिवस

आपको बता दें कि 15 जनवरी 1949 को भारत के लेफ्टिनेंट जनरल केएस करिअप्पा ने ब्रिटिश कमांडर इन चीफ सर फ्रांसिस रोबोट रॉय से भारत के पहले कमांडर इन चीफ का पद ग्रहण किया था. केएम करियप्पा के सेना प्रमुख बनाए जाने के बाद से ही हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है.

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