सरकाघाट/ मंडी: प्रदेश उच्च न्यायालय लोगों को उनके घर-द्वार के निकट तीव्र एवं किफायती न्याय सुनिश्चित बनाने के लिए समर्पित प्रयास कर रहा है. जनता के लिए न्याय व्यवस्था को अधिक सुगम और सुलभ बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं. यह बात हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमथ (Himachal High Court Acting Judge Ravi Malimath) ने शनिवार को सरकाघाट में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय के उद्घाटन के दौरान कही.
संयुक्त कार्यालय भवन में स्थापित इस न्यायालय से सरकाघाट और धर्मपुर क्षेत्र की 109 पंचायतों के लगभग 2.17 लाख लोगों को न्यायिक सुविधा (judicial facility) प्राप्त होगी. सरकाघाट में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय के उद्घाटन के मौके पर न्यायमूर्ति मलिमथ ने सभी को नए कोर्ट के लिए बधाई दी. इस दौरान उन्होंने सभी न्यायिक अधिकारियों और बार एसोसिएशन से इसे लेकर अपनी जिम्मेदारी समझने और गुणात्मक काम करने को कहा.
वहीं, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर ने अधिकारियों को सरकाघाट में अलग से एक न्यायिक परिसर बनाने की सम्भावनाएं तलाशने को कहा. साथ ही न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर ने न्यायिक अधिकारियों और वकीलों से लोगों को तीव्र गति से न्याय प्रदान करने के लिए मिलकर काम का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अभी तक क्षेत्र के लोगों को न्याय प्राप्त करने के लिए मंडी तक का सफर तय करना पड़ता था, जिससे लोगों को कई तरह की दिक्कतें होती थीं. इस कोर्ट के खुलने से ऐसे सभी लोगों को सहुलियत होगी.
प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य ने विश्वास जताया कि यह न्यायालय न्यायिक व्यवस्था को मजबूत बनाने में बड़ा सहायक होगा. इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मंडी आरके शर्मा ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया. इस मौके पर स्थानीय विधायक कर्नल इंद्र सिंह, सरकाघाट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य अधिवक्ता पीएस तपवाल भी मौजूद रहे.
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