मंडी: कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य महकमा चौकस हो गया है. हालांकि अभी तक मंडी जिला में कोरोना वायरस का कोई भी संदिग्ध मरीज रिपोर्ट नहीं हुआ है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है और सभी बीएमओ को भी पत्राचार कर आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है.
जोनल अस्पताल मंडी समेत जिलाभर में स्थित सिविल अस्पतालों में आइसोलेटिड वार्ड के लिए दो बेड खाली कर दिए गए हैं, ताकि कोई भी संदिग्ध मरीज सामने आने पर उन्हें अलग से रखा जा सके और वायरस को फैलने से रोका जा सके. इसके अलावा पैरामेडिकल स्टाफ को भी हाल ही में विदेश खासकर चीन से लौटे व्यक्ति की हिस्ट्री को ट्रैक करने के निर्देश दिए गए हैं.
विदेश से लौटे व्यक्ति में सर्दी, जुकाम, एलर्जी, छाती में दर्द पाए जाने पर निगरानी रखी जाएगी. इस संबंध में सीएमओ मंडी डॉक्टर जीवानंद चौहान ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर विभाग चौकस है. अस्पताल के तमाम डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को इसकी जानकारी दे दी गई है, ताकि कोई भी संदिग्ध मरीज पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई अमल पर लाई जा सके. हर प्रकार की सुविधा प्रदान की जाएगी. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इससे घबराने के जरूरत नहीं है, सावधानी बरतें.
क्या है कोरोना वायरस
वायरसों का एक बड़ा समूह है कोरोना, जो आमतौर से जानवरों में पाया जाता है. अमेरीका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सीडीएस के अनुसार कोरोना वायरस जानवरों से लोगों में फैलता है. अब एक नया चीनी कोरोनो वायरस सार्स वायरस की तरह है, जिससे सैकड़ों लोगों को संक्रमित होंगे.
कोरोना वायरस के लक्षणों में नाक बहना, खांसी, गले में खराश, कभी-कभी सिरदर्द और शायद बुखार शामिल है, जो कुछ दिनों तक रह सकता है. कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के जिनकी रोगों से लड़ने की ताकत कम है, उनके लिए यह घातक है. बुजुर्ग और बच्चे इसके आसान शिकार हैं.
वायरस से बचने और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का प्रयोग करें. मांस-मछली और सी फूड न खाएं, बाहर के खाने से परहेज करें. कुछ भी खाने से पहले हाथ जरुर धोयें, बात करते समय खांसते और छींकते समय मुंह ढक कर रखें.
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