मंडीः कोरोना महामारी से बचाव ही समाधान है. जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती सभी को पूरी सावधानी बरतते हुए अपने आप को और अन्य लोगों को भी संक्रमण से बचाना है. यह बात डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने प्रेसवार्ता के दौरान कही. डीसी मंडी जिलावासियों से कोरोना को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की भी अपील की.
उन्होंने आग्रह किया कि घर से निकलते हुए मास्क पहनने और साबुन से बार-बार हाथ धोने या सेनिटाइजर के प्रयोग को अपनी आदत का हिस्सा बना लें और सोशल डिस्टेंसिंग मानकों का ठीक से पालन करें. ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि जिला में विशेष जन जागरूकता अभियान का दूसरा चरण बहुत जल्द शुरू किया जाएगा.
कोरोना से बचाव को लेकर सूचना-शिक्षा-संचार (आईईसी) कैंपेन के तहत प्रत्येक व्यक्ति तक कोरोना संक्रमण से बचाव का संदेश पहुंचाया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्रों में ओर अधिक जागरूकता लाने के लिए पंचायतस्तर पर अनुपालन अधिकारी तैनात किए जाएंगे, जो संबंधित पंचायत में कोरोना की स्थिति पर पैनी नजर रखेंगे.
पंचायतों में नियुक्त निगरानी अधिकारियों को भी सक्रिय किया जाएगा ताकि वे अपनी-अपनी पंचायत में कोरोना महामारी बारे लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें. इसके अलावा प्रिंट-इलैक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से भी आईईसी कैंपेन को गति दी जाएगी.
सिविल अस्पतालों में 'रैपिड एंटीजन टेस्ट' की सुविधा उपलब्ध
डीसी मंडी ने कहा कि यह जरूरी है कि लोग सभी जरूरी सावधानियां बरतें. यदि किसी को कोरोना के लक्षण लगेें, तो तुरंत डॉक्टरी सहायता लें. जोनल अस्पताल मंडी और नेरचैक मेडिकल कॉलेज के साथ साथ अब जिला के सभी सिविल अस्पतालों में रैपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है.
यह टेस्ट भी निशुल्क किए जा रहे हैं. किसी में कोरोना के लक्षण हों तो वे तुरंत अस्पताल में रैपिड टेस्ट करवा लें. इसकी रिपोर्ट 15 से 20 मिनट में आ जाती है. रोग का जल्दी पता लगने से समय पर उचित इलाज दे पाना संभव होगा जिससे बहुमूल्य जीवन बचेंगे.
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