मंडी: जिला में फोरलेन निर्माण के लिए भारत सरकार द्वारा बनवाई जा रही 10 टनलों में से आज दूसरी टनल (रैंसनाला से दवाड़ा) का ब्रेकथ्रू हो गया और टनल के दोनों छोर आपस में मिल गए हैं. ये ब्रेकथ्रू एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमन रोहिला ने बटन दबाकर किया.
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमन रोहिला ने बताया कि ये टनल रैंसनाला से दवाड़ा तक बनी है, जिसकी कुल लंबाई 1.8 किमी है. उन्होंने बताया कि अप्रैल 2018 में इन टनलों का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जिसमें से सबसे लंबी टनल का ब्रेकथ्रू पिछले साल हो गया था, जबकि दूसरी टनल का ब्रेकथ्रू आज हुआ है.
अमन रोहिला ने बताया कि 2600 करोड़ की लागत से बनने वाली इन टनलों का निर्माण कार्य सितंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और इस तय समय के भीतर पूरा कर लिया जाएगा.
बता दें कि कीतरपुर से मनाली तक बनने वाले फोरलेन में टनल निर्माण सबसे अहम और चुनौतीपूर्ण कार्य है. जिला की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यहां 10 टनलों के माध्यम से फोरलेन निर्माण किया जा रहा है. साथ ही इसी महीने प्रोजेक्ट की तीसरी टनल का ब्रेकथ्रू करवाने का कार्य चल रहा है.
एफकॉन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि सभी टनलों की लंबाई 19 किलोमीटर है, जिसमें से 15 किलोमीटर का काम पूरा कर लिया गया है, जबकि जल्द ही बाकी काम को भी पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि टनल्स का निर्माण एनएटीएम तकनीक के माध्यम से किया जा रहा है.
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