मंडीः विधानसभा क्षेत्र के पधर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ शनिवार को जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने बैठक की. इस दौरान विधानसभा क्षेत्र में बीते 20 सालों से विभिन्न विभागों के पास अनखर्च पड़े धन का ब्यौरा लिया. साथ ही इस मौके पर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों का जायजा लिया.
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल सुविधाओं को और अधिक बेहतर व सुदृढ़ बनाने के लिए 750 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मार्गदर्शन से यह तय किया जा रहा है, कि हर घर को नल से शुद्ध जल की सुविधा हो. जल जीवन मिशन के प्रभावी कार्यान्वयन में हिमाचल देशभर में अव्वल रहा है.
जल शक्ति मंत्री ने बैठक में जाना कि वर्ष 2000 से मार्च 2020 तक किस-किस विभाग के पास अलग-अलग मदों में कितना धन अनखर्च पड़ा हुआ है. उसके खर्च न होने के कारण भी इस दौरान पूछे गए. साथ ही निर्देश दिए कि विभाग अनखर्च धन का सही ढंग से ब्यौरा दे, ताकि वो धनराशि किसी और काम में लगाई जा सके.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विभिन्न विभागों के पास लंबे अरसे से अनखर्च पड़े धन का ब्यौरा लेने की यह सार्थक पहल की है, ताकि इन पैसों का सही ढंग से उपयोग किया जाए. साथ ही विकास कार्यों को गति दी जा सके. इसको लेकर मुख्यमंत्री ने विशेष सब कमेटी बनाई है. सब कमेटी ने प्रदेशभर में विभागों के साथ बैठक की. इस दौरान पता चला की पिछले 20 सालों से अलग-अलग विभाग के पास करीब 15 हजार करोड़ रुपये अनखर्च पड़े हैं.
इस अवसर पर द्रंग विधायक जवाहर ठाकुर, जोगिन्द्रनगर के विधायक प्रकाश राणा, जिला परिषद मंडी के उपाध्यक्ष पूर्ण ठाकुर, अधिक्षण अभियन्ता जल शक्ति विभाग उपेनद्र वैद्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी देवेन्द्र शर्मा, एसडीएम पधर शिव मोहन सैनी सहित समस्त विभागों के अधिकारी मौजूद थे.
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