कुल्लूः जिला में हुए ताजा हिमपात के चलते अब बाहरी राज्यों से बर्फबारी देखने की चाहत में सैलानी घाटी का रुख कर रहे हैं. साहसिक खेलों को भी इससे काफी बढ़ावा मिल रहा है. जिला में ब्यास नदी में भी पर्यटक रिवर राफ्टिंग का मजा ले रहे हैं. हालांकि, इन दिनों ब्यास नदी का पानी काफी कम है और ठंडे पानी में राफ्टिंग करना भी काफी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन खेलों के दीवाने पर्यटक ठंडे पानी की परवाह किए बगैर रिवर राफ्टिंग कर रहे हैं.
रिवर राफ्टिंग प्वाइंट पर पर्यटकों की रौनक
जिला कुल्लू के रिवर राफ्टिंग प्वाइंट पर रौनक छा गई है. रिवर राफ्टिंग प्वाइंट बाशिंग पर भी सैलानी राफ्टिंग के लिए पहुंच रहे हैं. सैलानी राफ्टिंग के रोमांच को भी बेहतरीन बता रहे हैं. कुल्लू मनाली घूमने आए पर्यटकों का कहना है कि जहां वे कुल्लू से मनाली व मणिकर्ण घाटी का रुख कर रहे हैं, तो इसके साथ ही रिवर राफ्टिंग का मजा लेने से भी नहीं चूक रहे हैं. ब्यास के ठंडे पानी में रोमांच कुछ अलग है.
पर्यटन विभाग के पास पंजीकृत
गौर रहे कि वर्तमान में जिला कुल्लू में 288 गाइड, 93 एजेंसियां, जिसमें रायसन में 12, बबेली में 53, पीरड़ी में 28 एजेंसियां प्रजीकृत हैं. इसके अलावा 363 राफ्टें जिसमें रायसन में 31, बबेली में 198, पीरड़ी में 134 राफ्टें पर्यटन विभाग के पास पंजीकृत हैं.
राफ्टिंग प्वाइंट
ब्यास नदी में राफ्टिंग करने के लिए तीन साइटें चयनित की गई हैं. इनमें रायसन, बबेली, पीरड़ी में राफ्टिंग करवाई जाती है. इसमें सबसे लंबे रूट वाली साइट 14 किलोमीटर की है, यह रोमांचकारी रूट पीरड़ी से झीड़ी तक का है. पीरड़ी-भुंतर सात किलोमीटर रूट भी रोमांचकारी है. तीसरी रायसन-एलपीएस साइट है, जिसमें दो किलोमीटर के एरिया में राफ्टिंग होती है.
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