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स्कूलों में नहीं बच्चों का आधार तो कैसे होगा सपना साकार! - कुल्लू के सरकारी स्कूलों पर विशेष स्टोरी न्यूज

कहने को तो प्रदेश शिक्षा का हब है और केन्द्र सरकार द्वारा 'स्कूल चले हम' का नारा दिया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. आलम ये है कि सरकार के पास स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, जिससे इतिहास और विज्ञान पढ़ने वाले बच्चों की जिज्ञासा अधर में अटक गई है और उनके परिजनों को उनका भविष्य अंधकार में जाते हुए दिख रहा है.

special story on govt. school in kullu
सरकारी स्कूल कुल्लू
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Published : Dec 14, 2019, 11:12 PM IST

कुल्लू: कहने को तो प्रदेश शिक्षा का हब है और केन्द्र सरकार द्वारा 'स्कूल चले हम' का नारा दिया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. आलम ये है कि सरकार के पास स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, जिससे इतिहास और विज्ञान पढ़ने वाले बच्चों की जिज्ञासा अधर में अटक गई है और उनके परिजनों को उनका भविष्य अंधकार में जाते हुए दिख रहा है.

बता दें कि जिला में वरिष्ठ माध्यमिक, माध्यमिक व प्राथमिक स्कूलों की संख्या 401 है और इन स्कूलों में करीब 70 हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. जिला कुल्लू में 96 वरिष्ठ माध्यमिक, 39 माध्यमिक व 266 प्राथमिक स्कूल हैं और इन सभी स्कूलों में 539 अध्यापकों सहित अन्य कई पद खाली चल रहे हैं. शिक्षकों व प्राध्यापकों की कमी के कारण अभिभावकों को बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता नजर आ रहा है.

वीडियो

हालात ये हैं कि अगर किसी स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर अभिभावक या स्थानीय लोग आवाज उठाते हैं तो वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर किसी दूसरे स्कूल से स्टाफ भेजकर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता है.

जिला के 401 स्कूलों की स्थिति

  • पदनाम स्वीकृत खाली पद
  • जेबीटी 1472 82
  • सीएंडवी 975 243
  • हेड टीचर 161 29
  • सेंटर हेड टीचर 130 7

टीजीटी पद की स्थिति

  • पदनाम स्वीकृत खाली पद
  • नॉन मेडिकल 322 27
  • आर्ट्स 462 33
  • गणित 165 9

कुल्लू विधानसभा में प्रधानाचार्य के दो पद खाली चल रहे है, जबकि मनाली विधानसभा में एक, बंजार में दो, आनी में 18 प्रधानाचार्य के पद खाली चल रहे हैं. इसके अलावा कुल्लू विधानसभा में हेडमास्टर का एक पद, बंजार में एक, आनी में 10 पद खाली हैं.

शिक्षा विभाग के उपनिदेशक बलवंत पठानिया ने बताया कि जिलेभर के स्कूलों में प्राध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विभाग को जिला के स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों के बारे में अवगत करवाया गया है और जल्द ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर किया जाएगा.

कुल्लू: कहने को तो प्रदेश शिक्षा का हब है और केन्द्र सरकार द्वारा 'स्कूल चले हम' का नारा दिया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. आलम ये है कि सरकार के पास स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, जिससे इतिहास और विज्ञान पढ़ने वाले बच्चों की जिज्ञासा अधर में अटक गई है और उनके परिजनों को उनका भविष्य अंधकार में जाते हुए दिख रहा है.

बता दें कि जिला में वरिष्ठ माध्यमिक, माध्यमिक व प्राथमिक स्कूलों की संख्या 401 है और इन स्कूलों में करीब 70 हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. जिला कुल्लू में 96 वरिष्ठ माध्यमिक, 39 माध्यमिक व 266 प्राथमिक स्कूल हैं और इन सभी स्कूलों में 539 अध्यापकों सहित अन्य कई पद खाली चल रहे हैं. शिक्षकों व प्राध्यापकों की कमी के कारण अभिभावकों को बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता नजर आ रहा है.

वीडियो

हालात ये हैं कि अगर किसी स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर अभिभावक या स्थानीय लोग आवाज उठाते हैं तो वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर किसी दूसरे स्कूल से स्टाफ भेजकर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता है.

जिला के 401 स्कूलों की स्थिति

  • पदनाम स्वीकृत खाली पद
  • जेबीटी 1472 82
  • सीएंडवी 975 243
  • हेड टीचर 161 29
  • सेंटर हेड टीचर 130 7

टीजीटी पद की स्थिति

  • पदनाम स्वीकृत खाली पद
  • नॉन मेडिकल 322 27
  • आर्ट्स 462 33
  • गणित 165 9

कुल्लू विधानसभा में प्रधानाचार्य के दो पद खाली चल रहे है, जबकि मनाली विधानसभा में एक, बंजार में दो, आनी में 18 प्रधानाचार्य के पद खाली चल रहे हैं. इसके अलावा कुल्लू विधानसभा में हेडमास्टर का एक पद, बंजार में एक, आनी में 10 पद खाली हैं.

शिक्षा विभाग के उपनिदेशक बलवंत पठानिया ने बताया कि जिलेभर के स्कूलों में प्राध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विभाग को जिला के स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों के बारे में अवगत करवाया गया है और जल्द ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर किया जाएगा.

Intro:स्कूलों में नही बच्चो का आधार तो कैसे होगा सपना साकार
सरकारी स्कूलों में चल रहे 539 शिक्षकों के पद खाली
To desk for anjali tiwariBody:

कहने को तो प्रदेश शिक्षा का हब है, लेकिन सरकारी स्कूलों की बात की जाए तो धरातल पर तस्वीर कुछ अलग ही है। सरकार के पास स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं। कई स्कूलों में बच्चों को इतिहास के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है तो कहीं विज्ञान पढ़ने में उनकी जिज्ञासा अधर में रह गई है। ऐसे ही हालात जिला के विभिन्न स्कूलों में भी शिक्षकों की कमी के कारण बने हुए हैं। जिला के वरिष्ठ माध्यमिक, माध्यमिक व प्राथमिक 401 स्कूलों में करीब 70 हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। जिला कुल्लू में 96 वरिष्ठ माध्यमिक, 39 माध्यमिक व 266 प्राथमिक स्कूल हैं और इन सभी स्कूलों में 539 अध्यापकों सहित अन्य कई पद खाली चल रहे हैं। हालात यह हैं कि यदि किसी स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर अभिभावक या स्थानीय लोग आवाज उठाते हैं तो वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर किसी दूसरे स्कूल से स्टाफ भेजकर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है। स्कूलों में चल रही शिक्षकों व प्राध्यापकों की कमी के कारण अभिभावकों को बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता नजर आ रहा है।
जिलेभर का ब्योरा

पदनाम, स्वीकृत, खाली पद

प्रवक्ता, 74

जेबीटी, 1472 82

सीएंडवी 975 243

हेड टीचर। 161 29

सेंटर हेड टीचर। 130 7

टीजीटी के पद की सिथति

नॉन मेडिकल 322 27

आर्ट्स 462 33

मेथ्स 165 9

जिला कुल्लू में खाली चल रहे प्रधानाचार्य के पद

कुल्लू 2

मनाली। 1

बंजार 2

आनी। 18

जिला कुल्लू में खाली चल रहे हेडमास्टर के पद

कुल्लू। 1

बंजार 1

आनी 10



Conclusion:


बॉक्स



वही, शिक्षा विभाग के उपनिदेशक बलवंत पठानिया का कहना है कि जिलेभर के स्कूलों में प्राध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग को जिला के स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों के बारे में अवगत करवाया गया है। शीघ्र ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर कर दी जाएगी।
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